नड्डा के साथ मुलाकात के बाद नरम पड़े महेश्वर सिंह के आजाद लड़ने के तेवर

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट आवंटन के बाद बागी हुए नेताओं को मनाने का दौर जारी है। शिमला में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में टिकट बदले जाने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे महेश्वर सिंह से बातचीत के बाद उन्हें मना लिया। महेश्वर सिंह अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ बातचीत के बाद अब आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में नहीं उतरेंगे।

इससे पहले महेश्वर सिंह टिकट में बदलाव की वजह से पार्टी से नाराज चल रहे थे। भाजपा ने महेश्वर सिंह का टिकट उनके बेटे हितेश्वर सिंह के बंजार विधानसभा क्षेत्र में आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरने की वजह से बदला है।

यह भी पढ़ेंः कांगड़ा में अगर कोई करता है आचार संहिता का उल्लंघन, करें इस टोल फ्री नम्बर पर शिकायत

शिमला के होटल पीटर हॉफ में जगत प्रकाश नड्डा के साथ मुलाकात के बाद महेश्वर सिंह ने कहा कि वह बातचीत के बाद संतुष्ट हैं। अब वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में नहीं रहेंगे। हालांकि उन्होंने अपने बेटे की जिम्मेदारी लेने से साफ इनकार कर दिया। महेश्वर सिंह ने कहा कि आज के दिन में कोई भी अपने बेटे की गारंटी नहीं ले सकता। उन्होंने इसके पीछे कई पारिवारिक वजहों को भी गिनाया।

महेश्वर सिंह ने कहा कि पार्टी ने उन्हें अब चुनाव न लड़ने के लिए कहा है, तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। इससे पहले भी जब पार्टी के साथ उनकी नाराजगी रही, तो वे कांग्रेस में नहीं गए बल्कि उन्होंने अपनी पार्टी का गठन किया। महेश्वर सिंह ने स्पष्ट किया है कि इस बार भी वे भाजपा छोड़ कांग्रेस में नहीं जाएंगे। गौरतलब है कि महेश्वर सिंह ने साल 2012 में पार्टी से नाराजगी के बाद अलग पार्टी का गठन किया था। विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी से वे अकेले ही जीत कर विधानसभा पहुंचे थे।

संवाददाताः ब्यूरो शिमला

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।