शिमला : हिमाचल प्रदेश में दिवाली के बाद मंगलवार को विश्वकर्मा दिवस पर परिवहन निगम के एक हजार से ज्यादा रूट प्रभावित रहे। वहीं कई लोग दिवाली मनाने अपने घर आए थे, लेकिन वापस जाने के लिए उन्हें बसें ही नहीं मिलीं। ऐसे में लोगों को टैक्सी या निजी बसों का सहारा लेना पड़ा।
विश्वकर्मा दिवस के चलते हिमाचल के कुछ रूटों पर दोपहर बाद ही बसों की आवाजाही शुरू हो पाई। परिवहन निगम ने दावा है किया है कि दिवाली के दिन परिवहन निगम की लंबे रूट वाली बसें रात दस बसें तक अपने स्टेशन पर पहुंची हैं। प्रदेश में निगम के 3,500 से ज्यादा बस रूट हैं।
इन रुटों पर रोज 3 हजार से ज्यादा बसें चलती हैं। दिवाली के चलते परिवहन निगम ने लंबे रूटों पर अतिरिक्त बस सेवाएं शुरू की थीं, लेकिन अधिकांश बसें अपने तय स्थान से वापस एचआरटीसी मुख्यालय तक नहीं आई।
यह भी पढ़ें : प्रदेश विधानसभा चुनाव के नामांकन की तिथि समाप्त, 631 ने भरा नामांकन
निगम अधिकारियों का कहना है कि शिमला में मंगलवार को लोकल छुट्टी थी। सवारियों की कमी के चलते बसें कम चलाई गई। एचआरटीसी के जनरल मैनेजर पंकज सिंघल ने कहा कि कुछ रूट प्रभावित रहे, मंगलवार दोपहर से बस सेवाएं शुरू हो गई थी।
भैयादूज पर महिलाएं निशुल्क करेंगी सफर
बुधवार यानी आज भैयादूज है। ऐसे में हर साल की भांति इस बार भी परिवहन निगम की बसों में महिलाएं निशुल्क सफर कर सकेंगी। यह निशुल्क सेवा सुबह छह बजे से शाम पांच बजे तक रहेगी।