उज्जवल हिमाचल। शिमला
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पदभार संभालने के बाद बीजेपी सरकार के फैसलों को रिव्यू करने का फैसला लिया हैं। जिसके बाद अब पक्ष व विपक्ष में वाक् युद्ध शुरू हो गया हैं। बीजेपी ने सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया।
जिसके बाद अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस पर पलटवार किया है और कहा है कि चुनावों में फ़ायदा लेने के मकसद से बिना बजट के घोषणाएं की गई थी, जिन्हें रिव्यू करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री ने बिना बजट के घोषणाएं की है। जिन्हें रिव्यू करने का निर्णय लिया गया है।
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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री ने बिना बजट के घोषणाएं की है। उन्होंने इन सभी कार्यों पर चर्चा की और पाया कि यह सभी संस्थान बिना बजट के खोले गए है। यही पहले रिटायर्ड और टायर्ड की सरकार है। उन्हें बोलने का अधिकार तभी था, अगर इसके लिए उन्होंने बजट का प्रावधान किया होता। सीएम ने कहा कि हिमाचल में केबिनेट गठन के बाद ओपीएस बहाल कर दी जाएगी, ये चाहे जो भी हथकंडे अपना ले।
अटल टनल रोहतांग पट्टीका को रिस्टोर करने को लेकर सुक्खू ने कहा कि सोनिया गांधी नाम वाली शिलान्यास पट्टीका लगाने के आदेश दिए। उद्घाटन के समय बीजेपी सरकार ने शिलान्यास पट्टीका हटा दी, यह उनकी अच्छी परम्परा नहीं हैं। बीजेपी की शिलान्यास की पट्टीका हैं।
वह उनके लिए भी बजट का प्रावधान करेंगे। कांग्रेस इस परम्परा में विश्वास नहीं रखती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की 100 दिन पूरे होने जा रहे हैं 16 दिसम्बर को वह और उनके 40 विधायक प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने जा रहे हैं।