जानिए कैसे मंडी से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस में मची खलबली

हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से की रिपोर्ट तलब

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर केंद्रीय नेतृत्व में भी खलबली मच गई है। वहीं, बीते शनिवार को मंडी में प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन में हुए हुड़दंग से शुरू हुआ बबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब मंडी प्रकरण की गूंज कांग्रेस पार्टी के हाईकमान दिल्ली तक पहुंच गई है। मामले को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने मंडी में हुड़दंग मचाने की घटना को लेकर कड़ा संज्ञान लिया गया है। घटना को लेकर हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। हाईकमान के निर्देश पर मंडी जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को तुरंत मामले की रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।

सूत्रों के अनुसार जिला मंडी कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष की रिपोर्ट के आधार पर ही पार्टी हाईकमान आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी। बता दें कि पार्टी के मंडी में सम्मेलन के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला के सामने कांंगनी हैलिपैड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक जमकर हुड़दंग मचाया था। कार्यक्रम के दौरान इन कार्यकर्ताओं द्वारा मंच पर बैठे वक्ताओं को भाषण देने के दौरान बार-बार नारेबाजी कर रुकावट पैदा की गई।

इस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं नादौन विनानसभा क्षेत्र के विधायक सुखविंदर सिंह सुख्खू को माइक से कार्यकताओं को नारेबाजी करने से भी रोका गया, लेकिन अब इसको लेकर हिमाचल प्रभारी शुक्ला ने कड़ा संज्ञान लिया है। इसके बाद हाईकमान ने मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांग ली है।

मौके पर ही प्रदेश प्रभारी ने मंच से साफ कहा था कि जिसके पक्ष में नारेबाजी की जा रही है, उस नेता के नंबर बढ़ेंगे नहीं, बल्कि घट जाएंगे। उन्होंने सख्त लहजे में यह भी संकेत दिया था, पार्टी में अब गुटबाजी बिल्कुल नहीं चलेगी। पार्टी नेताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ना है, जिससे वर्ष 2022 के हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव को जीतकर पार्टी को सत्ता पर काबिज किया जा सके।