सोलन में ”मिड डे मील“ पर छाया संकट, योजना चल रही कर्ज तले

उपायुक्त ने कहा इस समस्या का जल्द किया जाएगा समाधान

उज्ज्वल हिमाचल। सोलन

बच्चों को कुपोषण से दूर रखने एंव बच्चों का स्वार्गीण विकास सुनिश्चित हो सके इसी उद्देश्य से आठवी तक के बच्चों को मध्यान भोजन की योजना शुरू की गई थी लेकिन हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में यह योजना कर्ज तले चल रही है। एक और जहां बीते पांच माह से मिड डे मील कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। वहीं दूसरी और स्कूल प्रबंधन बच्चों का राशन उधार पर ले रहा है। कई स्कूलों का उधार तो एक लाख के करीब भी पहुंच चुका है। जिस से अब अगले माह से स्कूल प्रबंधन भी इस योजना को चलाने में असमर्थता व्यक्त कर रहा है।

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कर्मचारियों को नहीं मिला पिछले चार महीने से वेतन

मिड डे मील बनाने वाले कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें बीते चार माह से वेतन नहीं मिला है। जिससे उनको परिवार का भरण पोषण करना स्वयं मुश्किल हो गया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके वेतन को बढाया जाये व समय पर वेतन दिया जाये। जिला सोलन के भोज आंजी के अध्यापक वीरेंद्र सिंह चैहान ने बताया कि उनके अधीन करीब आठ स्कूल हैं जोकि उधार लेकर वह बच्चों को मध्यान भोजन दे रहे हैं।

उन्होंने बताया कि सरकार इस मामले बारे सज्ञान ले व समय पर उचित भोजन की व्यवस्था की जाए। वहीं मिड डे मील कर्मचारियों का वेतन भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब इस समस्या के बारे में उपायुक्त सोलन से बात की तो उन्होंने बताया कि मामला गंभीर है व जल्द ही संबधित अधिकारियों से बात करेंगे व उनमें आने वाली समस्याओं को सुनेंगे और इस समस्या का जल्द निपटारा किया जाएगा।

संवाददाताः अमरप्रीत सिंह पुंज

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