उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
आज राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर के सड़क सुरक्षा क्लब द्वारा सड़क दुर्घटनाओं से उपचार हेतु फर्स्ट एड व बेसिक लाइफ सपोर्ट के ऊपर वक्तव्य व कार्यशाला का आयोजन किया। इसके लिए सिविल हॉस्पिटल नूरपुर में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अमन चौधरी तथा डॉक्टर पूनम चौधरी ने विशेषज्ञ के तौर पर शिरकत की।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। डॉक्टर अमन चौधरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं युवाओं में बढ़ती जा रही हैं और इसके लिए विशेष सावधानियों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के तुरंत बाद 10 मिनट बहुत ही संवेदनशील होते हैं और इस वक्त हमें सबसे पहले दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को आसपास के लोगों की सहायता से सड़क से किनारे सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहिए।
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उसके बाद एंबुलेंस के लिए 108 नंबर पर फोन कर मरीज की विस्तृत जानकारी देकर बुलाना चाहिए। फिर जांच के लिए यह देखें कि मरीज की स्वांस चल रही है या नहीं। उस मरीज के शरीर के प्रत्येक अंग की धीरे-धीरे जांच करें तथा व्यक्ति को निचले भाग से लकड़ी के तख्त द्वारा बांधकर लेटा दें।
अगर श्वास नहीं आ रही है तो सीपीआर शुरू करें। उसके बाद उन्होंने 4-5 विद्यार्थियों को वहां पर बुलाकर सीपीआर की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. दिनेश कुमार शर्मा, डॉ. पी एल भाटिया, डॉ. नीरा रश्मि, प्रो. संजय जसरोटिया, सड़क सुरक्षा क्लब के सदस्य डॉ. दिलजीत सिंह, डॉ. सुरेश चौधरी, प्रो. रीमा कुमारी, प्रो. शिव कुमार, प्रो. पर्ल बक्शी, डॉ. यजुवेंदर गिरी व अन्य सदस्य डॉ. सोहन कुमार, डॉ. अनिल कुमार, प्रो. सुरजीत कुमार, डॉ. चंचल शर्मा, प्रो. मधुबाला, अमित कुमार तथा कार्यालय अधीक्षक संदीप पठानिया आदि मौजूद रहे।