हिमाचलः प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने इंस्ट्रूमेंट लगाकर जांचा धुआं-ध्वनि प्रदूषण

Himachal: Pollution Control Board checked smoke-noise pollution by installing instrument
हिमाचलः प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने इंस्ट्रूमेंट लगाकर जांचा धुआं-ध्वनि प्रदूषण

उज्जवल हिमाचल। शाहपुर
पठानकोट-मंडी फोरलेन (Pathankot-Mandi Forlane) निर्माण के लिए भाली में स्थापित कोलतार प्लांट का विवाद आखिरकार थम गया। गुरुवार को एसडीएम ज्वाली महेंद्र प्रताप सिंह के साथ प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड भी ध्वनि व धुआं प्रदूषण की जांच करने के लिए इंस्ट्रूमेंट लेकर भाली में पहुंचा तथा कोलतार प्लांट के साथ लगते लोगों के घरों में जाकर ध्वनि प्रदूषण व धुआं प्रदूषण को जांचने के लिए इंस्ट्रूमेंट लगाए।

एसडीएम महेंद्र प्रताप सिंह सहित प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आने की खबर मिलते ही काफी संख्या में कोलतार प्लांट भाली के आसपास के लोग वहां पर पहुंच गए। लोगों ने अपनी-अपनी समस्या बताई और जिन-जिन लोगों ने ध्वनि प्रदूषण व धुआं प्रदूषण की शिकायत की उनके घर में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने इंस्ट्रूमेंट लगाकर जांच की। ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल भाली में जाकर भी इंस्ट्रूमेंट लगाया और जांच की।

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इसके साथ ही कोलतार प्लांट भाली में भी चिमनियों व प्लांट पर भी इंस्ट्रूमेंट लगाकर चैकिंग की। प्लांट सहित आसपास के घरों में लगाए गए इंस्ट्रूमेंट में भी धुआं व ध्वनि प्रदूषण का कोई मामला नहीं आया है। कोलतार प्लांट भाली को क्लीन चिट मिल गई। ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल भाली ने तो लिखकर भी दे दिया कि उन्हें इस कोलतार प्लांट से कोई आपत्ति नहीं है।

हालांकि एसडीएम ज्वाली महेंद्र प्रताप सिंह ने हूटर बजाने की शिकायत पर कोलतार प्लांट की कंपनी को निर्देश दिया कि हूटर न बजाया जाए। एसडीएम ज्वाली महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि लोगों की शिकायत मिलने पर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने लोगों के घरों सहित कोलतार प्लांट पर इंस्ट्रूमेंट लगाकर प्रदूषण चौक किया लेकिन कहीं भी ध्वनि व धुआं प्रदूषण का मामला नहीं आया है। उन्होंने कहा कि अब लोग भी सहमत हो गए हैं।

संवाददाताः मनीष कोहली

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