उज्जवल हिमाचल। ज्वाली
कांगड़ा के ज्वाली (Jwali) के साथ लगती पंचायत में 48वें दंगल का आयोजन पलौहड़ा, कुठेड़ा, भनेई, बुसकाडा, टीयुकरी की जनता के सहयोग से किया गया। बता दें कि इस दंगल की नींव एक्स सर्विसमैन स्व. मस्त राम जारियाल ने 1973-74 में रखी थी जो आज एक विशाल दंगल का रूप धारण कर चुका है।
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इस दंगल में हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू के पहलवानों ने अपनी-अपनी प्रतिभा को दिखाया। इस दंगल में ज्वाली के बजरंग अखाड़ा के पहलवानों ने दर्शकों को शानदार कुश्तियों दिखाकर मन जीता। दंगल के कुश्ती सिलेक्टर सुरजीत सिंह व केतन जरियाल ने शानदार पहलवानों के जोड़ छोड़कर अखाड़े को बांधा रखा और रेफरी नरदेव सिंह, छोटू जट्ट, गोवर्धन सिंह ने बाज की तरह अपनी नजरों को दंगल में हो रही कुश्तियों पर टिकाए रखा और एकदम सही निर्णय देने में अपनी अहम भूमिका निभाई। इस दंगल की बड़ी माली सुखमण पहलवान के नाम रही, जिन्होंने गोमा पहलवान को चारों खाने चित किया।
इस मौके पर दंगल के संयोजक अरविंद जरियाल सहित जोगिंद्र सिंह, पलौहड़ा पंचायत के प्रधान रघुवीर भाटिया, उपप्रधान डॉक्टर राजिंदर सिंह, विंदर सिंह, शिवदेव सिंह, रविंद्र सिंह, पवन सिंह, किशोर, राकेश कुमार, गौरी इत्यादि मौजूद रहे।