उज्जवल हिमाचल। शाहपुर
शाहपुर बाज़ार बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले शाहपुर के दुकानदार तथा स्थानीय निवासी अपने बाजार को एनएचएआई सड़क चौड़ीकरन से बचाने के लगातार संघर्ष कर रहे हैं। शाहपुर बाजार बचाओ संघर्ष समिति के महासचिव नवनीत शर्मा ने बताया कि हमारी मांग है कि फ्लाईओवर का निर्माण करके बाजार को उजड़ने से बचाया जाए।
बाजार में लगभग 300 दुकानें फोरलेन की जद में आ रही हैं। हर दुकान से लगभग तीन से चार परिवार अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं। यह सभी बेरोजगार हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि एन.एच.ए.आई. ने 2016 में जो डी.पी.आर. बनाई थी उसमें शाहपुर बाज़ार को बचाने के लिए फ्लाईओवर का प्रावधान किया गया था।
हम सभी निश्चिन्त थे कि बाज़ार बच जाएगा। फिर दो सालों के बाद आचानक यह फरमान जारी हो जाता है कि फ़्लाईओवर को रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम पिछले चार वर्षाे में शाहपुर बाजार को उजड़ने से बचाने के लिए शासन व प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। हर बार हमें एक ही जवाब सुनने को मिलता है कि आप ने देरी कर दी है।
नवनीत शर्मा ने कहा कि बाजार को बचाने के लिए केन्द्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री शांता, स्थानीय विधायक केवल सिंह पठानिया व स्थानीय भू – अधिकग्रहण अधिकारी भी सहानभूति पूर्ण रवैया रखते हैं।
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उन्होंने कहा कि शासन व प्रशासन के चक्कर लगा लगा कर हम थक चुके हैं। अब हमने निर्णय लिया है कि यदि शाहपुर बाजार को नहीं बचाया जाता है तो हम क्रमिक मात्र हड़ताल पर बैठ जाएंगे। जिसका जिम्मेवार शासन व प्रशासन होगा। हमारी मांग सिर्फ इतनी सी है कि जिस प्रकार पठानकोट से लेकर मण्डी तक लगभग सभी शहरों को उजड़ने से बचाया गया है।
उसी प्रकार शाहपुर बाजार में भी फ्लाईओवर बनाकर या सड़क की चौड़ाई 30 मीटर तक रखकर हमें उड़ाड़ने से बचाया जाए। शाहपुर बाजार साथ लगते 15 से 16 गांवों का केन्द्र है जहां से लोग अपने जरूरी सामान को खरीदने के लिए इसी बाजार में आते हैं। उन्होंने बताया कि शाहपुर बाजार लगभग 100 साल पहले से बसा हुआ है और दुकानदरों की तीसरी पीढियां यहां से अपनी रोजी-रोटी कमा रही।