21वीं सदी में भी जिंदा है ईमानदारी

चमेल सिंह देसाईक। शिलाई

एक तरफ जहां प्रदेश के अंदर दिनों-दिन चोरी, डकैती की वरदातें बढ़ रही हैं। वहीं, गिरीखड़ क्षेत्र खुद में ईमानदारी की मिसाल है। समीर शर्मा ने नोटों से भरा बेग लोटाकर क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। हर दिन की तरह समीर शर्मा शिलाई चौक पर बसों को सैनिटाइज कर रहे थे। सुबह निजी बस को सैनिटाइज करने के बाद जब बस से बहार उतरे, तो बैंच पर उन्हें नोटों से भरा बेग मिला।

पहले उन्होंने अपने आसपास के लोगो को बैग के बारे में पूछा, लेकिन जब सभी लोगो ने बेग को लेने से इंकार किया, तो नोटों से भरा बेग शिलाई पुलिस को दिया गया, जहां से पता चला की यह बेग निजी व्यापारी का था, जिसे वापस लाैटा दिया गया है। समीर शर्मा बताते हैं कि बस (17 सी-3955) को सैनिटाइज करके बहार आए, तो बेंच पर एक बैग गिरा था, जिसमें देखने के बाद पता चला की 94,320 रूपए हैं। उन्होंने अपने स्तर पर पूछा, तो किसी ने अपना बैग स्वीकार नहीं किया।

बाद में मौजूद पुलिस कर्मियों को बैग मालिक तक पहुंचाने के लिए जमा करवाया गया, जांच के बाद पता चला की स्थानीय नरेश तोमर का बेग गलती से बैच पर गिर गया था, जिसमें पैसों के साथ कुछ कागजात थे, बेग वापस देने पर समीर शर्मा का पुलिस प्रशासन सहित नरेश तोमर ने ध्यावाद किया तथा अपना क्षेत्र, अपनी माटी का धन्यवाद किया, जहां पर 21वीं सदी में ईमानदारी मौजूद है।

एसडीएम शिलाई हर्ष अमरिंदर नेगी ने बताया कि जिला सिरमौर के गिरीखंड में ईमानदार लोग रहते हैं। जिला में गिरीखंड क्षेत्र के लोगों की तारीफ़ होती है, तो प्रदेश में जिलाभर के लोगों की ईमानदारी के चर्चे होते हैं। समीर शर्मा ने पैसों से भरा बेग लोटा कर ईमानदारी की मिसाल कायम की है।