कांगड़ाः राजकीय उच्च विद्यालय नन्देहड़ कांगड़ा में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नन्देहड़ ग्राम पंचायत की प्रधान कमलेश कुमारी तथा स्कूल मुख्याध्यापिका रेणु गुप्ता द्वारा मां सरस्वती के चरणों में दीपक प्रज्वलित कर हुआ।
इस अवसर पर एस एम सी कमेटी के सदस्य, अभिभावक वर्ग एअध्यापक वर्ग तथा अन्य मौजूद रहे। ततपश्चात छात्राओं ने मां की स्तुति करते हुए नृत्य सहित सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। मुख्याध्यापिका रेणु गुप्ता की अध्यक्षता में पंचायत प्रधान का पुष्प-गुच्छ देकर व बेजिज लगाकर अभिनंदन किया गया। पंचायत प्रधान कमलेश कुमारी ने पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत कर कार्यक्रम को चार चांद लगा दिए।
ततपश्चात मुख्याध्यापिका रेणु गुप्ता ने सालाना रिपोर्ट पढ़कर स्कूल की उपलब्धियों से अवगत करवाया। उसके बाद एकेडमिक और अन्य गतिविधियों में छात्र-छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें प्रथम, द्वितीय, तृतीय व सांत्वना पुरस्कारों से नवाजा गया। कार्यक्रम में अन्यों को भी गेस्ट ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। साथ ही मिड-डे मील वर्कर को भी गेस्ट ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मध्य में नवमीं कक्षा के छात्र कंवर विशाल और छठी कक्षा की छात्रा आकांक्षा ने रोई-रोइ गोरी गाने पर पहाड़ी नृत्य प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
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सातवीं कक्षा के नन्हें .मुन्नों ने नशा एक अभिशाप विषय तथा कोरोना महामारी पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत कर सबको नशा न करने का संदेश दिया। ततपश्चात दसवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं ने एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत कर सभी ग्रामवासियों को एड्स के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में छठी से लेकर दसवीं तक के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रचानाचार्या ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अगर हमारे शिक्षार्थी मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने में सफल होते हैं। उनका वर्तमान ही नहीं, भविष्य भी उज्ज्वल होगा। विद्यार्थी काल में अनुशासन परिश्रम की आदत बनानी चाहिए, ताकि इसका लंबे समय तक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि आज समय कौशल विकास और डिजिटाइजेशन का है एइस हेतु विद्यार्थियों के कौशल विकास की दिशा में विशेष ध्यान दें।
उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक एकता को दर्शाते हैं। मंच-संचालन कर रहे गणित के अध्यापक अनिल ने कहा कि उनका लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की मानसिक शक्ति का विकास करना है। अंत में सातवीं कक्षा की छात्राओं द्वारा किए गए। पंजाबी गिद्दे ने काफी वाहवाही लूटी। मंच संचालन गणित अध्यापक अनिल और संस्कृत अध्यापक अजय ने किया।