नादौन में दूषित पानी पीने के कारण रोगियों की संख्या में इजाफा

Increase in the number of patients due to drinking contaminated water in Nadaun
नादौन में दूषित पानी पीने के कारण रोगियों की संख्या में इजाफा

उज्जवल हिमाचल। नादौन
उपमंडल नादौन के कुछ भागों में फैले अंतर शोध के कारण रविवार को रोगियों की संख्या 500 पार कर गई है। रविवार को यह आंकड़ा 150 तक था। यानी अब तक करीब 600 लोग प्रभावित हो चुके हैं। हैरानी की बात तो यह है कि अब उन क्षेत्रों के लोग भी प्रभावित हैं, जहां रंगस पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति नहीं की जाती है।

नए क्षेत्रों में दंगड़ी, भूंपल के भी कई गांव प्रभावित हैं। वही रंगस के निकट बलाहर, बटवाल, खैरी, बही टप्पर आदि गांवों में भी 200 के करीब नए रोगियों की पहचान हुई है। इसके अलावा बलौन, पन्याला आदि ग्रामों में भी रोगी बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमें गांव-गांव जाकर रोगियों की पहचान करके उन्हें दवाइयां बांट रही हैं।

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हालांकि सुखद बात यह है कि अभी तक किसी भी रोगी में कोई गंभीर लक्षण नहीं पाए गए हैं। उधर जल शक्ति विभाग के सीनियर इंजीनियर नीरज भोगल की अगुवाई में एसडीओ रविंदर कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने रंगस पेयजल योजना का बारीकी से निरीक्षण किया तथा पानी के सोर्स तक गहन जांच की गई, परंतु वहां ऐसा कुछ भी पाया नहीं गया।

जिससे कहा जा सके कि दूषित पेयजल के कारण यह रोग फैला है। इतना ही नहीं विभागीय जांच में पानी के सैंपल की जांच में भी अभी तक कुछ नहीं मिला है। इस संबंध में नीरज भोगल ने बताया कि सैंपल में अभी तक के परीक्षणों में कुछ विपरीत नहीं मिला है। अब इन सैंपल को स्टेट लैब कंडाघाट भेजा जा रहा है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल पेयजल योजना को बंद रखा गया है और क्षेत्र में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। वहीं बीएमओ डॉक्टर के के शर्मा ने बताया कि नए रोगियों के पहचान की जा रही है और विभाग की टीम घर-घर जाकर दवाइयां बांट रही है।

संवाददाताः एमसी शर्मा

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