शिमला : कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवकता अल्का लांबा जो मात्र एक माह पूर्व हिमाचल की प्रभारी नियुक्त हुई है। वो जमीनी हकीकत से अवगत नहीं हैं, वह न सिखाएं भाजपा को महिला कल्याण एवं उत्थान। राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी ने अल्का लांबा पर पलटवार करते हुए कहा कि वो हिमाचल एक प्रभारी के नाते आई हैं, पर मुझे उन्हें एक नसीहत देनी है कि वे हिमाचल के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। राजनीतिक लाभ लेने के लिए टिप्पणी करने से पहले वह प्रदेश में महिलाओं के लिए चल रही जन कल्याणकारी योजनाओं का विस्तृत अध्ययन करें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पदचिन्हों पर चलते हुए प्रदेश की जयराम सरकार ने आधी आबादी यानि महिलाओं को सबल बनाने के लिए असाधारण कार्य किया है। प्रदेश की सरकार ने पिछले पांच वर्षों में न सिर्फ घरेलु स्तर पर अपितु शिक्षा, कायर्क्षेत्र में भी महिलाओं के जीवन को आसान बनाने का कार्य किया है। प्रदेश सरकार ने नारी शक्ति का सम्मान करते हुए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को चलाया जिनका मुख्य रूप से आज प्रदेश की जनता भली भांति अवगत है। अस्थायी तौर पर पैराशूट द्वारा उतारे गए कांग्रेस के तथाकथित पदाधिकारी अपने अंटशंट बयान जारी करने से पूर्व एक बार प्रदेश की जनता से जमीनी हकीकत जान लें।
यह भी पढ़ें : कांगड़ा से कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार रामकृष्ण ने दिखाई अपनी ताकत
प्रदेश की जयराम सरकार ने इस बात को भली भांति समझा कि महिलाओं का सशक्तिकरण किए बगैर किसी भी परिवार अथवा समाज का सशक्तिकरण संभव नहीं। इन पांच वर्षों के दौरान प्रदेश की जयराम सरकार ने गृहिणी से लेकर सरकारी अथवा निजि क्षेत्र में कायर्रत महिला शक्ति के उत्थान के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है।
इंदु ने कहा जिस महिला को हिमाचल के मुख्यमंत्री का नाम व कान्फ्रेंस में अपने साथ बैठी महिला नेत्रियों का नाम तक नहीं पता था। वो सीएम जयराम ठाकुर को बार-बार जयराम नरेश बोलती रही। उन से कांग्रेस को उम्मीद है कि वे भडकाऊ टिप्पणीयां करके हिमाचल के चुनाव में मुख्य भूमिका निभाएंगी। कल उन्होंन अपनी कान्फ्रेंस के दौरान कहा कि हिमाचल की जनता ने भाजपा को जीरो नंबर दिए हैं। मैं कहना चाहुंगी कि वो भाजपा को नहीं कांग्रेस को दिए हैं। क्योंकि प्रदेश सरकार ने महिलाओं को साठ साल की उम्र में सामाजिक सुरक्षा पेंशनए, किराए में 50% छूट व महिला शक्तीकरण योजनाएं शुरू की है। जबकि कंग्रेस ने 70 साल से महिलाओं का सिर्फ शोषण किया है।
यह भी पढ़ें : कैप्टन संजय से मुलाकात बन गई शुभम की जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट
प्रदेश सरकार ने सीएम कन्यादान की राशि 31 से 51 हज़ार की शगुन योजना शुरू की, बीपीएल गृहणी सुविधा उज्जवला योजना के तहत हर साल 3 निशुल्क सिलेंडर प्रदान किए जा रहे हैं। बेटी है अनमोल के अंतगर्त 21000 रूपये की एफडी, स्थानीय निकाय चुनाव में 50% आरक्षण, कामगार कल्याण बोर्ड, बेटी के जन्म पर 51000 रूपये की एफडी व पढ़ाई के लिए भी अनुदान दिया जाता है।
इसलिए कांग्रेस पार्टी से मेरा प्रश्न है कि वे कांग्रेस सरकार के समय महिलाओं के उत्थान के लिए चलाई गई कोई पांच योजनाएं गिनवाएं। आज प्रदेश सरकार के प्रोत्साहन से महिलाएं इतनी सशक्त हैं कि वे अपने मत का प्रयोग करके महिला विरोधी कांग्रेस को बाहर चुनाव में उनका असली चेहरा दिखाएंगे और रिवाज बदल कर भाजपा को दोबारा प्रदेश की बागडोर सौंपेगी।
संवाददाता : शिमला ब्यूरो