जयराम सरकार के फैसले से खफा हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ, विराध करने की दी चेतावनी

उज्जवल हिमाचल । शिमला

हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ ने वीरवार को सरकार की ओर से जारी उस अधिसूचना का विरोध किया है जिसमें उनके सन्ग्रोध पीरियड को खत्म किया गया है। प्रदेश महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि सरकार को कोरोना की इस महामारी के समय में इस तरह के फरमान जो कि दूसरे प्रदेशों में या दूसरी बड़े शहरों में जारी हो रहे हैं उनका अनुसरण करने से बचना चाहिए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारे करोना वारियर्स के लिए दुखदाई है कि सरकार 10 दिन लगातार कोविड वार्ड में ड्यूटी देने के बाद 7 दिन के आइसोलेशन के पीरियड को खत्म कर रही है,जो कि इस समय बहुत गलत निर्णय है ।

चिकित्सक, स्टाफ नर्सेज अन्य पैरामेडिकल स्टाफ 10 दिन एक बहुत ही बड़े वायरल लोड के वातावरण के अंदर काम कर रहे हैं और इसलिए उसके बाद उनको आइसोलेशन पीरियड वैसे ही जारी रहना चाहिए जैसे पहले था। सरकार का कहना है कि इनको दोनों वैक्सीन की डोज लग चुकी है, इसलिए आप तब तक काम करते रहें जब तक आप का शरीर करोना संक्रमित नहीं हो जाता, जो कि एक बहुत ही असंवेदनशील और मानवीय मूल्यों के हितों के विरोधात्मक तर्क है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा जो मृत्यु दर है वह कोरोना वॉरियर्स और उनकी परिवारों के सदस्यों की है। पूरे देश में आज तक 750 से ऊपर चिकित्सक और 1200 सौ से ऊपर पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान की आहुति चुके हैं। सबसे मजेदार सवाल यह है कि क्या सरकार इस बात की गारंटी दे सकती है के कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगने के बाद वह करोना से संक्रमित नहीं होंगे और हुए तो क्या उनका और उनके परिजनों का पूरा ख्याल रखेगी।

उन्होंने कहा कि आज महत्वपूर्ण यह है कि जितने चिकित्सक ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज दिल्ली में है उतने पूरे हिमाचल प्रदेश के अंदर नहीं है। इसलिए सरकार को अपने प्रदेश के हिसाब से सबको विश्वास में लेकर कोरोना वॉरियर्स के बारे में कोई नीति बनानी चाहिए। हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर इस अधिसूचना का विरोध करती है और इस विरोध में हमारे साथ प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजेस के रेजिडेंट डॉक्टर संघ हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। अगर इस अधिसूचना को 3 दिन के भीतर वापस नहीं लिया जाता है तो सारे प्रदेश के चिकित्सक काले बिल्ले लगाकर इसका विरोध करेंगे। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम और स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध किया है कि इस मामले में आप खुद विशेष रूप से हस्तक्षेप कर पुनर्विचार करके इस अधिसूचना को जल्द से जल्द रद्द करवा कर करोना वॉरियर्स के मनोबल को बढ़ाएं।