उज्जवल हिमाचल। ज्वाली
आज लोहड़ी के उत्सव पर न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश की ज्वाली इकाई ने ज्वाली के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह के प्रांगण में ढोल धमाके के साथ लड्डू बांट कर खुशी जगजाहिर की। बता दे कि 2003-04 में हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस के खलनायक रहे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में पुरानी पेंशन को खत्म करके न्यू पेंशन स्कीम को लागू किया था
लेकिन जब न्यू पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारी रिटायर्ड होने लगे तो उनको न्यू पेंशन से होने वाले नुकसान का पता लगने लगा और कर्मचारी वर्ग ने संघर्ष का रास्ता अपनाने की योजना बनाने की सोची। 2015 में वीरभद्र सरकार के समय ही कर्मचारी वर्ग ने न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश का गठन किया और अपनी पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष को और तेज कर दिया।
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कई धरने व रैलियां निकाली गईं लेकिन कोई भी फायदा न हुआ। सात-आठ साल लगातार न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ का संघर्ष काफी गरमाया हुआ था जिसका फायदा कांग्रेस पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनावों में अपना मुद्दा बनाया कि कांग्रेस पार्टी सता में आते ही पुरानी पेंशन की बहाली करेगी।
कांग्रेस पार्टी की गोटी सही पड़ी और कांग्रेस पार्टी अपनी सरकार बनाने में सफल हुई। नवनियुक्त मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को आज फिर से लागू कर दिया है। जिससे इस योजना के तहत आने वाले सभी कर्मचारियों के मुरझाए हुए चेहरे फिर से खिलने लगे।
पुरानी पेंशन बहाली की खबर पूरे हिमाचल प्रदेश में आग की तरह फैल गई। जिससे न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ की इकाई ज्वाली ने भी लड्डू बांट कर अपनी खुशी को जगजाहिर किया। किसी ने ठीक ही कहा है कि यहां कोई चीज गुम होती है, ढूंढने पर उसी स्थान पर मिलती है। 2003 कांग्रेस राज से गायब हुई पेंशन 2023 में कांग्रेस सरकार से ही प्राप्त हुई।