कांगड़ा माता के बाग में मनाया गया पोषण माह: कांगड़ा

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण माह 1 सितंबर से 30 सितंबर तक मनाया जा रहा है। निदेशालय महिला एवं बाल विकास हिमाचल प्रदेश के पोषण माह के उपलक्ष्य में जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा की अध्यक्षता में कांगड़ा माता के बाग में पोषण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें बाल विकास परियोजना अधिकारी कांगड़ा वंदना कटोच के मार्गदर्शन में आंगनवाड़ी सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिकाओं द्वारा पारंपरिक ऑर्गेनिक उत्पादों से तैयार व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई।

व्यंजनों की प्रदर्शनी में ऐसे उत्पादों को बनाकर उनके लाभों के बारे में बताया गया। जिन्हें हमारे बुजुर्ग एक समय प्रयोग करते थे परंतु समय के साथ आधुनिक व्यंजनों ने हमारे उन पौराणिक सामग्रियों से तैयार किए गए व्यंजनों का स्थान ले लिया। आज के समय में प्रयोग होने वाले आधुनिक व्यंजन स्वास्थ्य को खराब कर रहे हैं जिसके कारण एक बार पुनः हमें अपने पौराणिक ऑर्गेनिक उत्पादों की तरफ जाना होगा। ताकि प्रत्येक व्यक्ति बीमारियों से दूर रहे और एक स्वस्थ जीवन जी सके।

बाल विकास परियोजना अधिकारी कांगड़ा वंदना कटोच ने बताया कि पिछले 1 साल से पोषण माह आयोजित किया जा रहा है, जिसे आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पौष्टिक आहार के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि बहुत से ऐसे अनाज हैं जिन्हें हमारे बुजुर्ग प्रयोग करते थे और एक स्वस्थ जिंदगी जीते थे परंतु समय के साथ उन अनाजों का उपयोग बंद होने कारण लोगों की जिंदगी में अनेक प्रकार की बीमारियां आने लगी है। जिस कारण पुनः हमें एक बार अपने पुराने अनाजों की महत्वता को समझना होगा और उसकी तरफ जाना होगा।

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इन उत्पादों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आज यहां जो अनाज उत्पादों को बनाने के लिए प्रयोग किए गए हैं उनमें मुख्यतः हरी कंगनी, पीली कंगनी, कुटकी, कोदो, समा, रागी जिसे मंडल भी कहते हैं। बाजरा और झंडे वाले चावलों से तैयार किए गए हैं। इन सभी अनाजों को मोटे अनाज के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कहा पिछले लगभग 1 साल से बहुत से परिवारों तक हम इन अनाजों की जानकारी पहुंचाने में सफल हुए हैं। यह परिवार इन अनाजों का प्रयोग भी कर रहे हैं इसके बहुत अच्छे परिणाम उन्हें मिले हैं। उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति तक इन अनाजों की महत्वता के बारे में जानकारी पहुंचना है।

मोटे अनाजों की पैदावार अभी कम है। जिस कारण यह थोड़े महंगे हैं। आतः सर्वप्रथम हमें इसकी पैदावार को बढ़ाना होगा ताकि प्रत्येक व्यक्ति इन्हें आसानी से खरीद सके और इसके लिए लोगों का जागरूक होना बहुत जरूरी है। सरकार द्वारा अनेक योजनाएं मोटे अनाज को प्रसारित करने के लिए चलाई जा रही हैं। व्यंजनों की इस प्रदर्शनी में ऑर्गेनिक फूड आइटम्स माधव ऑर्गेनिक आइटम्स मटौर की तरफ से पूरा सहयोग किया गया। जिन्होंने इस प्रदर्शनी के लिए मोटे अनाज उपलब्ध करवाए।

इस पोषण प्रदर्शनी कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी कांगड़ा वंदना कटोच, बीडीसी अध्यक्ष बबीता संधू, बीएमओ तियारा विवेक करोल, बीडीसी मेंबर ममता, माधव ऑर्गेनिक से अरविंद शर्मा, आंगनवाड़ी सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका मौजूद रही।

ब्यूरो रिपोर्ट  कांगड़ा

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