उज्जवल हिमाचल। नूरपुर
जिला कांगड़ा के अंतर्गत उपमंडल फतेहपुर, नूरपुर, ज्वाली व इंदौरा विधानसभा क्षेत्रों का एक मात्र सबसे पुराना रैहन स्टेडियम वर्षों से अधूरा व उपेक्षा का शिकार हो रहा है। एक तरफ सरकार राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रही है लेकिन दूसरी तरफ खेल स्टेडियम में खिलाड़ियों को खेल मैदान में नाम मात्र की सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है।
क्षेत्र में बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से वर्ष 1986-87 में रैहन खेल मैदान को आधुनिक बनाने का काम शुरू हुआ था, जो आज तक नहीं बन पाया है, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते स्टेडियम का काम पूरा न हो सका जिस कारण खेल प्रेमियों में निराशा हैं।
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गौरतलब है कि उपमंडल फतेहपुर के इस सबसे पुराने रैहन खेल स्टेडियम में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, सहित बसपा प्रमुख मायावती, केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, जयराम ठाकुर, शांता कुमार, प्रदेश व देश के कई राष्ट्रीय स्तर के नेता इस खेल स्टेडियम से विशाल जनसभाओं को संबोधित कर चुके है।
लेकिन इस खेल स्टेडियम को राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए किसी भी नेता ने पहल नहीं दिखाई है। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के साथ लगती 4 विधानसभा क्षेत्रों का एकमात्र सबसे पुराना व बड़ा खेल स्टेडियम की उपेक्षा हो रही है। युवा एवं होनहार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने से वंचित रहना पड़ता है हालांकि जहां पर किसी भी प्रकार की जमीन की कोई कमी नहीं है।
खेल प्रेमियों का कहना है कि रैहन स्टेडियम नेताओं के भाषण और हेलीकॉप्टर उतारने का मात्र तक स्टेडियम बनकर रह गया है। उधर लोगों ने मुख्यमंत्री सुखविदंर सिंह सक्खू से ऩिवेदन किया है कि रैहन स्टेडियम की व्यवस्था में भी परिवर्तन किया जायेगा ताकि युवा इस स्टेडियम का लाभ उठा सके।