देहरा : डॉ राजेश हो सकते हैं देहरा से कांग्रेस प्रत्याशी। बात करें देहरा की तो यहां पर डॉ राजेश शर्मा का कांग्रेस की सीट पर चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। आपको बता दें की डॉ राजेश शर्मा करीब पिछले एक साल से अपनी पूरी एनर्जी के साथ देहरा की वर्किंग में जुटे हैं। पर कुछ राजनीतिक कारणों के चलते अभी उनकी टिकट पर संशय बना हुआ है और जिसके चलते देहरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के साथ कांग्रेस भी टिकट आवंटन में देरी कर रही है। दोनों पार्टियां देहरा विधानसभा क्षेत्र में टिकट आवंटन के महायज्ञ में जुटी हैं। एक तरफ तो भाजपा रिवाज बदलने की बात कर रही है तो दूसरी तरफ कांग्रेस रिवाज दोहराने की बात पर अड़ी है।
बात करें विधायक होशियार सिंह की तो वह अपने पूरे कार्यकाल में जयराम सरकार के गुणगान करते रहे और जयराम के हनुमान की तरह पूरे हिमाचल में चर्चित रहे। सूत्रों की मानें तो विधायक होशियार सिंह और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की दिल्ली में एक मुलाकात हुई। उसमें क्या गुफ्तगु हुई अभी वो जग जाहिर नहीं है। इस मुलाकात में ऐसा क्या हुआ कि इसके बाद विधायक होशियार सिंह ने 21 अक्तूबर को नामांकन भरने का फैसला ले लिया। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इस नामांकन वाली पोस्ट पर किसी भी पार्टि का सिंम्बल नहीं दिख रहा है जिसके कारण देहरा का वोटर और देहरा की राजनिति के गुरु भी हैरान है। अब इस पॉलिटिकल स्टंट का क्या मतलब है ये तो विधायक होशियार सिंह ही बता सकते हैं।
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दूसरी तरफ बात करें धवाला की तो जब से धवाला के घर केंद्रिय मंत्री अनुराग ठाकुर के डिनर डिप्लोमेसी का आयोजन हुआ है उसके बाद यहां भाजपा के भी समीकरण बदल गए हैं और उस डिनर के बाद रमेश धवाला देहरा में भाजपा की वर्किंग में जुट गए हैं और अब इस राजनितिक फेर बदल के चलते ज्वालामुखी में भी फेरबदल की ज्वाला ने अलग रूप ले लिया। वहीं जहां पहले पूर्व मंत्री रविंद्र रवि को देहरा से हार का मुह देखना पड़ा था अब रविंद्र रवि देहरा कि बजाए ज्वालामुखी में अपनी चेहेती सीट पर वर्किंग कर अपनी ताकत झोंक रहे हैं और देहरा की भाजपा को एकजुट करने में लगे हैं।
लेकिन राजनितिक महारथियों की मानें तो अगर जयराम अपने हनुमान होशियार सिंह पर मेहरबान होते हैं और उन्हें देहरा में भाजपा की टिकट थमाते हैं तो भाजपा धवाला को कहां एडजस्ट करेगी। खैर ये बात तो समय ही बताएगा की उस समय धवाला अपने आप को कहां एडजस्ट करते हैं। अब इसी के चलते बात करें कांग्रेस सीट की तो यहां कहीं न कहीं कांग्रेस भी विधायक होशियार सिंह पर दांव खेलने की कोशिश में लगी है। पर फिलहाल विधायक होशियार सिंह इस पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से बच रहे हैं और किसी भी प्रकार का कोई संकेत भी नहीं दे रहे।
इसके चलते कांग्रेस की टिकट के लिए डॉ राजेश के रास्ते साफ दिख रहे हैं। जो कि मौजूदा समय में दिन रात एक करके कांग्रेस को देहरा में मजबूत करने में जुटे हैं। लेकिन राजनीतिज्ञों की मानें तो अगर होशियार सिंह कांग्रेस की टिकट से परहेज करते हैं तो डॉ राजेश कांग्रेस के पास एकमात्र विकल्प होगें। जिससे देहरा की राजनीति के समीकरण कुछ और ही कहानी बयां करेंगे। अब देखते हैं की देहरा विधानसभा क्षेत्र का टिकट आवंटन महायज्ञ किसको क्या फल देता है।