उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
कम्बल बांटने की मुहिम को जारी रखते हुए सेवा भारती की टीम कल शाम (रात 7 बजे से 9 बजे तक) भयावह सर्दी के चलते खुले में ठिठुर रहे जरूरतमन्द परिवारों को ढूंढते-ढूंढते ग्राम पंचायत घुरकरी, मटौर व गग्गल से होते हुए बनोई (गज्जपुल) के पास पहुंचे।
आगे पहुंचकर स्थानीय सब्जी की एक दुकान खुली मिली। दुकानदार को अपने आने का उद्देश्य बताया तो उसने तुरन्त सहायता करते हुए झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले राजस्थान जिला जोधपुर से बागड़ी जाति के 7 घुमंतू परिवारों से मिलाया।
यह बागड़ी जाति के घुमंतू परिवार विवाह शादियों में ढोल बजा कर व खाली समय में प्लास्टिक का कवाड़ इत्यादि इकट्ठा कर अपना जीवन यापन करते हैं।
सेवा भारती टीम के आग्रह को मानते हुए वह लोग सेवा भारती टीम के लोगों को अपनी झुग्गी के अन्दर ले गए। तब हमने पाया कि एक ही झुग्गी के अन्दर ईंटों से बने हुए चूल्हे के ऊपर भोजन पक रहा था। चूल्हे की जलती हुई लकड़ियां ही प्रकाश का साधन थीं। बिजली की अलग से कोई व्यवस्था नहीं थी।
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प्रत्येक परिवार में 5 से 6 मेंबर रहते हैं। इन परिवारों की हालत को देखते हुए सेवा भारती की टीम ओम् प्रकाश, जोगेंद्र राणा व केएस डढवाल ने दलीप कुमार, रामफल, शामफल, सुरजीत कुमार, रोशनी देवी व राजेश कुमार के परिवारों को दो-दो कम्बल दे कर नर सेवा नारायण सेवा के मन्तव्य को साकार करने की छोटी सी कोशिश को सार्थक किया।
विदित रहे कि सेवा भारती की यही टीम कांगड़ा बस स्टैंड के नंगे फर्श पर गत्ते इत्यादि बिछा कर सो रहे 2 लोगों को कम्बल दे कर एक छोटी सी राहत प्रदान कर चुकी है। सेवा भारती कांगड़ा इकाई ने इस मुहिम को 24-12-2022 से 31-12-2022 तक जारी रखने का फैसला अपनी त्रैमासिक मीटिंग दिनांक 24-12-2022 को विनोद अग्रवाल(प्रदेश कैशियर) की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में लिया है।
सेवा भारती के लोगों ने इन परिवारों को कम बच्चे व बच्चों को शिक्षा देने के लाभ होने के महत्व को भी समझाया। परिवारों के मुखिया ने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का वायदा कर अपनी तरफ से सेवा भारती टीम को धन्यवाद प्रेषित किया।