बखारी कोठी से हार प्रजा के साथ रवाना होंगे मूल मांहूनाग देवता

उमेश भारद्वाज। मंडी

राज्य स्तरीय सुकेत देवता मेला 2022 के लिए मूल मांहूनाग जी बखारी कोठी करसोग 27 मार्च को अपनी बखारी कोठी से हार प्रजा के साथ रवाना होंगे। राज्य स्तरीय सुकेत देवता मेला- 2022 का आयोजन इस वर्ष 6 से 10 अप्रैल तक आयोजित किया जा रहा है। देवता के गुर काहन चंद ने बताया कि सुकेत देवता मेला का आयोजन सुकेत के राजाओं द्वारा देव मूल मांहूनाग बखारी कोठी के सम्मान में लगाया जाता है।

सुकेत के राजा को मूल मांहूनाग की कृपा से पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर सुकेत के राजा देवता को अपने महल बुलाकर जातर दी थी। सुकेत के राजा और मूल मांहूनाग जी का आपस मे गहरा नाता है तथा देवता ने अनेकों समय राजा की सहायता की तथा अंग्रेजों की कैद से छुड़वाया था। जिसके चलते सुकेत के राजा ने देवता को अपना आधा शासन भेंट किया था। राजाओं की परम्परा को सुंदरनगर प्रशासन तथा सुकेत सर्व देवता कमेटी ने उसी परम्परा अनुसार बनाए हुए है।

जानकारी देते हुए मूल मांहूनाग बखारी कोठी करसोग के प्रधान संत राम ने बताया कि देवता दो वर्षों के बाद सुंदरनगर सुकेत देवता मेला के लिए 27 मार्च 2022 को अपनी बखारी कोठी से अपनी हार प्रजा के साथ रवाना होगें। देवता इस बार चुराग, पांगणा, निहरी होते हुए 6 अप्रैल को चांबी पहुंचेगे जहां परम्परा अनुसार सुंदरनगर प्रशासन उपमंडल अधिकारी, तहसीलदार तथा सुकेत सर्व देवता कमेटी के अध्यक्ष देवता का स्वागत करेगें। उसके उपरांत देवता अप्रैल को शुकदेव वाटिका मे पहुंच कर मेला शोभायात्रा मे भाग लेकर मेला का आगाज करेगें।