जन्माष्टमी के व्रत के दिन इन बातों का रखें खास ध्यान

उज्जवल हिमाचल। डेस्क

हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। लेकिन इस साल देशभर में जन्माष्टमी का त्यौहार 18 और 19 अगस्त, दोनों दिन ही मनाया जाएगा। इस दिन व्रत रखने वाला व्यक्ति पूरा दिन उपवास रखकर रात 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के बाद व्रत खोलता है। ऐसे में अगर आप भी भगवान श्री कृष्ण के भक्त हैं और हर साल जन्‍माष्‍टमी का उपवास रखते हैं तो व्रत रखते समय सेहत से जुड़ी इन बातों का ध्यान रखना न भूलें।

ड्राई फ्रूट्स का करें सेवन
जन्माष्टमी का व्रत शुरू करने से पहले एक मुट्ठी बादाम या अखरोट खा लेना चाहिए। ऐसा करने से आपको जरूरत भर की एनर्जी मिलने के साथ इम्‍यून सिस्‍टम भी ठीक रहेगा।

फल खाएं
जन्‍माष्‍टमी के व्रत में रसीले फलों का सेवन करने से शरीर में पानी कमी नहीं होती, जिसकी वजह से व्यक्ति को डिहाइड्रेशन नहीं होता। इसके लिए आप तरबूज, ककड़ी और खरबूजा जैसे अधिक पानी वाले फलों का सेवन करें।

लस्‍सी
जन्‍माष्‍टमी का व्रत एक गिलास लस्‍सी पीकर शुरु कर सकते हैं। लस्‍सी पीने से आपको व्रत में अधिक प्‍यास नहीं लगती और आपका पेट भी भर हुआ रहता है।

साबूदाना और कुट्टू का आटा
जन्‍माष्‍टमी के व्रत में जो लोग फलाहार व्रत करते हैं वो दिन या फिर शाम को साबूदाने की खिचड़ी या कुट्टू के आटे की पूरी बनाकर खा सकते हैं।

व्रत खोलते समय रखें इस बात का ध्यान
व्रत पूर्ण करने के बाद बहुत भारी भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपको गैस की समस्या हो सकती है। व्रत खोलते समय सबसे पहले गुड़ और पानी या फिर खीर जैसे भोज्‍य पदार्थों का प्रयोग करना चाहिए।

व्रत के दिन क्या न करें
व्रत के दौरान कई लोग चाय और कॉफी का सेवन करते हैं। जबकि विशेषज्ञों की मानें तो व्रत में इन चीजों को पीने से परहेज करना चाहिए। ऐसा करने से एसिडिटी की समस्या ही नहीं पेट फूलना, गैस और सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है।

लहसुन और प्याज
जन्माष्टमी के व्रत के दौरान प्याज और लहसुन के अलावा मीट- मछली का सेवन नहीं करना चाहिए।