जोगिंद्रनगर अस्पताल का प्रबंधन होगा चुस्त-दुरूस्त!

The management of Joginder Nagar Hospital will be fine-tuned!
एसडीएम की अध्यक्षता में अस्पताल रोगी कल्याण समिति की बैठक आयोजित

उज्जवल हिमाचल। जोगिंद्रनगर

जोगिन्दर नगर अस्पताल के प्रबंधन को चुस्त-दुरूस्त बनाने तथा रोगियों व तीमारदारों के लिए मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं की निगरानी सुनिश्चित बनाने के लिए विभिन्न कार्यों का वितरण किया गया है। साथ ही अस्पताल में रोगियों की बेहतर जांच एवं ईलाज सुनिश्चित बनाने के लिए आवश्यक सामान की उपलब्धता को लेकर भी अहम निर्णय लिए गए हैं।

साथ ही आरकेएस की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह के उपयोगकर्ता शुल्क को भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। रोगी कल्याण समिति सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर के अध्यक्ष एवं एसडीएम डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ये सभी निर्णय लिये गए हैं। बैठक का संचालन समिति के सदस्य सचिव एवं वरिष्ठ चिकित्साधिकारी सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर डॉ. रोशन लाल कौंडल ने किया।

बैठक में आरकेएस समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन को चुस्त-दुरूस्त बनाने तथा मरीजों व तीमारदारों को मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं की निगरानी सुनिश्चित बनाने के लिए अस्पताल के चिकित्सकों को प्रबंधन से जुड़े विभिन्न कार्यों का वितरण किया गया है।

जिसमें डॉ. भुवेश्वर को मेडिकल स्टोर, डॉ. दीक्षा को महिला वार्ड तथा खाने की गुणवत्ता चेक करने, डॉ. अंकित को आरएनटीसीपी, डॉ. अंशु शर्मा को अस्पताल की सामान्य देखरेख, डॉ. अंशु शर्मा को एक्स-रे व लैब तथा डॉ. माणिक्य को पुरूष वार्ड में विभिन्न सुविधाओं की निगरानी के लिए बतौर प्रभारी कार्य दिया गया है।

यह भी पढ़ेंः स्वच्छता से तन व मन दोनों रहते हैं स्वस्थः बलजीत सिंह पटियाल

उन्होने कहा कि ये सभी डॉक्टर अपनी डयूटी के साथ-साथ बतौर प्रभारी अपने-अपने कार्यों की भी देखरेख सुनिश्चित बनाएंगे ताकि सुविधाओं के अभाव में मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। ये सभी डॉक्टर अपने-अपने प्रभार से जुड़े कार्यों की संपूर्ण निगरानी सुनिश्चित बनाएंगे तथा पूरी जानकारी अस्पताल प्रबंधन को देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होने कहा कि इस निर्णय से जहां अस्पताल में मरीजों के लिये बेहतर सुविधाएं जुटाने में मदद मिलेगी तो वहीं किसी भी प्रकार की कमी को तुरन्त अस्पताल प्रबंधन के ध्यान में लाकर पूरा करने में भी मदद मिलेगी।

बैठक में रोगी कल्याण समिति की आय बढ़ाने के लिए विभिन्न तरह के यूजर चार्जिस को भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें सरकारी सेवा के लिए मेडिकल बनाने के लिए अब 300 के बजाए 500 रूपये, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए 100 के बजाए 200 रूपये, सरकारी कर्मियों के लिए मेडिकल रेस्ट प्रमाणपत्र के लिए 100 के बजाए अब 200 रूपये शुल्क देना होगा।

साथ ही एंबुलेंस शुल्क को भी प्रति किलोमीटर 12 रूपये से बढ़ाकर 15 रूपये, मेडिकल फीस को 50 से बढ़ाकर 100 रूपये, दांतों की आरसीटी को 300 से 400 रूपये, स्केलिंग के लिए अब 150 के बजाए 200 रूपये शुल्क देना होगा। इसके अलावा कई अन्य तरह के शुल्क भी तय हैं जिनमें मामूली बढ़ोतरी की गई है। इसके अतिरिक्त बैठक में अस्पताल की मेडिकल शॉप तथा कैंटीन के किराये में भी बढ़ौतरी करने का निर्णय लिया गया है।

बैठक में एसडीएम ने अस्पताल के लिये कार्डियक मॉनिटर तथा सक्शन मशीन सहित अन्य जरूरी उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए एक लाख रूपये की धनराशि भी स्वीकृत की। उन्होने कहा कि इससे आने वाले समय में मरीजों को बेहतर ईलाज की सुविधा सुनिश्चित होगी। इसके अतिरिक्त अस्पताल को सुदृढ़ करने के लिए आरकेएस के माध्यम से कई अहम निर्णय भी लिये गए। बैठक में रोगी कल्याण समिति के विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।

संवाददाताः जतिन लटावा 

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।