प्रदेश में चार जिलों में पहली बार क्यूआर कोड के जरिये होगी मतदाताओं की पहचान

Voters will be identified through QR code for the first time in four districts of the state
प्रदेश में चार जिलों में पहली बार क्यूआर कोड के जरिये होगी मतदाताओं की पहचान

डेस्क: विधानसभा चुनाव में मतदान की रियल टाइम मानिटरिंग की जाएगी। पहली बार क्यूआर कोड के जरिये मतदाताओं की पहचान होगी। प्रदेश के कांगड़ा, शिमला, मंडी और हमीरपुर में एक-एक विधानसभा क्षेत्र में यह प्रक्रिया होगी। फर्जी वोटिंग या अन्य गड़बड़ियों को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने इस बार यह पहल की है।

मंडी सदर विधानसभा के बूथ पर क्यूआर कोड वोटर स्लिप का उपयोग होगा। मतदाता जैसे ही वोटर पर्ची लेकर बूथ पर जाएगा, वहां मतदान अधिकारी एप के माध्यम से उसकी वोटर स्लिप स्कैन करेगा।

स्कैन करते ही मतदाता की पूरी जानकारी पोलिंग स्टाफ के सामने होगी। इसी से वह मतदाता की उपस्थिति मार्क कर सकेगा। इससे चुनाव करवाने वाले अधिकारियों को मतदाता की पहचान स्थापित करने और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने में मदद मिलेगी।

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इससे रियल टाइम वोटिंग परसेंट व बूथ पर हुई वोटिंग का भी पता चल सकेगा। इंटरनेट सुविधा न होने पर भी यह एप काम करेगी। अगर कोई मतदाता उपस्थिति दर्ज करने के बाद भी मतदान से मना कर देता है तब भी ऐसे मामले को दर्ज किया जा सकता है।

मंडी सदर के अलावा हमीरपुर जिले के हमीरपुर, कांगड़ा जिले के धर्मशाला और शिमला जिले के शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र में क्यूआर कोड वोटर स्लिप का उपयोग होगा।

सहायक निर्वाचन अधिकारी मंडी सदर रितिका जिंदल का कहना है मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र के बूथों पर क्यूआर कोड से मतदाताओं की पहचान होगी। वोटर स्लिप को स्कैन किया जाएगा। इससे मतदान प्रतिशतता का भी सही पता चलेगा। फर्जी मतदान जैसे मामलों को रोकने में भी मदद मिलेगी।

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