ज्वालामुखीः प्रदेश सरकार जहां बड़े-बड़े वायदे कर रही है कि हर घर नल सुविधा को पहुंचा दिया गया है, लेकिन चंगर क्षेत्र का ऐसा गांव है जहां आजतक नल की कोई सुविधा ही नहीं है। यहां के 15 घरों में अभी तक नल सुविधा नहीं है और ग्रामीणों व महिलाओं को पानी भरने के लिए दूर दराज के क्षेत्रों से कुओं और अन्य प्राकृतिक स्त्रोतों का सहारा लेना पड़ता है। बारिश में भी यहां के ग्रामीणों को पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है।
इस गांव की महिला मनोहरमा देवी ने वर्ष 2020 में जल जीवन मिशन के तहत लग रहे पानी के कनेक्शन के लिए आवेदन दिया और पैसे भी जमा करवा दिए लेकिन तब से लेकर आज तक सिर्फ पानी के नल का बस इंतजार ही कर रहे हैं। यहाँ के ग्रामीणों मनोरमा देवी, सुनीता, विजेन्द्र, राकेश आदि ने बताया कि कितनी सरकारें आई और गई पर कोई भी उनकी समस्या का हल नहीं कर पाया।
उन्हें पानी, बिजली व सड़क सुविधा की भी दिक्कतें हैं पर आजतक कोई हल नहीं निकला। वे समस्या के लिए उच्च अधिकारियों से भी मिले पर कोई हल नहीं हुआ। ग्रामीणों ने दो टूक कहा है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो इस बार विधानसभा चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। पहले पानी दो फिर वोट लो का नारा ग्रामीण लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वे अब किसी भी चुनाव में हिस्सा नही लेंगे जबतक पानी के नल घर घर नहीं लग जाते।