बत्रा कॉलेज में मनाया विश्व बाल श्रम निषेध दिवस

उज्जवल हिमाचल। पालमपुर

शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना संस्था ने विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर एक बहुत ही संवेदनशील और गंभीर सामाजिक मुद्दे की ओर जन चेतनता को गतिशील करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। यह गंभीर मुद्दा बाल श्रम और शोषण है, जो आधुनिकता और विकास के प्रत्येक संदर्भ पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर धनवीर सिंह और डॉ आशु फुल्ल ने बताया कि मुद्दे की संवेदनशीलता के मद्देनजर इन प्रतियोगिताओं में स्वयंसेवियों ने उत्साहवर्धक भाग लिया और मौलिक सृजनात्मक शक्ति से बाल श्रम के प्रति चिंता व्यक्त की।

प्रतियोगिताओं के परिणाम इस प्रकार रहे। भाषण प्रतियोगिता में बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा विशाखा प्रथम, द्वितीय वर्ष की छात्रा साक्षी द्वितीय तथा बीए प्रथम वर्ष की छात्रा प्रियंका तृतीय स्थान पर रही। कविता पाठ प्रतियोगिता में बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा सुरभि और बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्र राहुल प्रथम स्थान पर, बीकॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा निकिता अवस्थी और बीए प्रथम वर्ष के छात्र आदित्य द्वितीय स्थान पर तथा पलक तृतीय स्थान पर रही।

पोस्टर और पेंटिंग प्रतियोगिता के अंतर्गत बीकॉम प्रथम वर्ष के सिकंदर प्रथम स्थान पर, बीकॉम प्रथम वर्ष के आदर्श द्वितीय स्थान पर तथा बीए प्रथम वर्ष के अविनाश और मीनाक्षी तृतीय स्थान पर रहे, जबकि सांत्वना पुरस्कार नेहा सुषमा और अलीशा को प्राप्त हुआ। नारा लेखन प्रतियोगिता में बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा सुरभि पटियाल प्रथम स्थान, बीए तृतीय वर्ष की छात्रा स्नेहा द्वितीय स्थान पर, बीए तृतीय वर्ष की छात्राएं साक्षी और रेनू तृतीय स्थान पर रही।

सांत्वना पुरस्कार बीए प्रथम वर्ष की छात्राओं आरती, प्रियंका और पलक को प्राप्त हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप कौंडल ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार जीतने पर बधाई दी और बाल श्रम दिवस के प्रति उनकी गहन अभिरुचि की भूरी भूरी प्रशंसा की। उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए भी शुभकामनाएं दी।