लेखिका मंजुला को मिलेगा कोरोना वॉरियर का सम्मान

उमेश भारद्वाज। सुंदरनगर

सुंदरनगर की रहने वाली लेखिका मंजुला वर्मा का हाल ही में साझा संकलन कोरोना काव्य संग्रह छप करके आया। मंजुला की कोरोना प्रकोप से लोगों को जागरूक करने के लिए आगरा पब्लिसिंग समूह ने कोरोना वॉरियर सम्मान से सम्मानित किया। कोरोना काव्य संकलन में उनकी 4 कविताओं को स्थान मिला है। उनकी कविताओं सहित इस संकलन की सभी कविताएं कोरोना वारियर्स को आधार बनाकर लिखी हैं। “कोरोना काव्य” सांझा संग्रह में भारत के कई राज्यों के कवियों के साथ अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया के कुल 108 कवियों की रचनाएं संकलित हैं।

बहुत ही जल्द उनका दूसरा काव्य संग्रह “संवेदना की वीथियों में”आने वाला है। ये दोनों संग्रह आगरा पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित हुए हैं। कवयित्री मंजुला वर्मा का कहना है कि वे बहुत ही जल्द अपनी अलग से पुस्तक निकालना चाहती हैं और बहुत ही जल्द अपनी इच्छा को पूरी करेंगे। सहयोगी सांझा संकलन परिवार की पूरी पाठकीय, लेखकीय, प्रकाशकीय एवं सम्पादकीय टीम उनका हार्दिक अभिनन्दन करते हुए बहुत बहुत बधाई दी है। कविता, लघुकथा, कहानी लेखन के साथ साथ नेतृत्व वाला गुण भी उनमें स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

वर्तमान में वे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बरतो में कार्यरत हैं। मंच प्रदान करने के लिए उन्होंने अपने गुरु गंगाराम राजी, महादेवीजी, डॉ विजय पुरी, हीरा सिंह जी तथा परमजीत का और अपनी सभी साथियों सुनीता भारती तथा अपने परिवार का धन्यवाद किया कि उनके सहयोग के बिना यह संभव नहीं था। बल्ह घाटी के गांव लेदा में उत्तम चंद वर्मा के घर जन्मीं मंजुला वर्मा पिछले 14 वर्षों से हिन्दी भाषा की शिक्षिका हैं।

लेखन का शौक बचपन से ही था। हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर मंजुला वर्मा नृत्य कला, हास्य कला, मंच संचालन में दक्ष हैं। खुश रहना और सबको खुश रखना उनकी विशिष्टता है। अध्यापन कार्य के साथ-साथ समाज सेवा भी उनका पैशन है। वे कई सामाजिक संगठनों से भी सम्बद्ध हैं। हैल्पिंग हैंड टीम एनजीओ की चेयरमैन, सी एंड वी यूनियन महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष, एनपीएस जिला मंडी की कमान भी संभाले हुए हैं।