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Saturday, May 18, 2024
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बांस दिवस पर जानें बांस के फायदे

Learn the benefits of bamboo on Bamboo Day
बांस दिवस पर जानें बांस के फायदे

डेस्क: सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादों पर प्रतिबंध लग गया है। अब इन वस्तुओं के विकल्प तलाशे जा रहे हैं। बांस के उत्पाद तैयार कर रहे ऊना के अजय कुमार कहते हैं कि इनमें से 90 प्रतिशत वस्तुओं की भरपाई बांस से हो सकती है। बंगाणा से संबंध रखने वाले अजय ने लॉकडाउन में बांस के उत्पाद बनाना शुरू किए थे। वह बांस से स्ट्रा तैयार कर रहे हैं।

इसकी मांग पंजाब से आ रही है। बांस के तिरंगे व कैंडी स्टिक की भी मांग है। इसके अतिरिक्त प्लास्टिक के झंडे, प्लास्टिक स्टिक, ईयर बड्स, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक, कैंडी स्टिक व आइसक्रीम की डंडियों की जगह प्रयोग होने के लिए बांस के उत्पाद तैयार कर रहे हैं। इस काम में 10 परिवारों को रोजगार दिया है।

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एक स्ट्रा बनाने में 20 मिनट लगते हैं, 15 रुपये खर्च
सीमित संसाधन होने के कारण इस काम में अधिक समय लग रहा है। उत्पाद हाथ से तैयार किए जा रहे हैं। एक स्ट्रा तैयार करने में करीब 20 मिनट लगते हैं और स्ट्रा की लागत 15 रुपये तक आती है। एक स्ट्रा 20 रुपये में बेचते हैं। मांग को देखते हुए मशीन खरीदने की योजना है। मशीन से स्ट्रा बनाने में पांच मिनट लगेेंगे। इस स्ट्रा को एक से अधिक बार प्रयोग किया सकेगा क्योंकि स्ट्रा के साथ ब्रश भी होगा जिससे स्ट्रा की सफाई की जा सकेगी। बांस के एक पेड़ से करीब 500 स्ट्रा तैयार की जा सकती हैं।

 चार साल में तैयार होता है बांस

कृषि विज्ञानी डा. भृगुनाथ सिन्हा बताते हैं कि बांस तीन से चार साल में तैयार होता है। चौथे साल में इसे काट सकते हैैं। इस पर प्रतिबंध नहीं है। बांस का पौधा तीन से चार मीटर दूर लगाया जाता है। इसके बीच की जगह पर दूसरी खेती भी कर सकते हैं।

क्‍या कहते हैं विशेषज्ञ व अधिकारी
वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक डा. राजेश ने कहा प्लास्टिक की स्ट्रा में केमिकल के अंश होते हैं, जिसके इस्तेमाल से स्वास्थ्य को नुकसान होता है। बांस की स्ट्रा के साथ ऐसा नहीं है। इसका इस्तेमाल हमें स्वस्थ रखने में मदद करेगा।

उपायुक्त ऊना राघव शर्मा का कहना है बांस में प्लास्टिक का स्थान लेने की पूरी क्षमता है। बांस पर्यावरण मित्र है। बांस से टूथब्रश भी बनाए जा रहे हैं। बांस का फर्नीचर, वूफर, लैंप शेड, बांस के गहने और अन्य सजावटी सामान बाजार में बिक रहा है।
उज्जवल हिमाचल ब्यूरो

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