मनरेगा मोबाइल ऐप हाजिरी के बारे में बैली पंचायत के उपप्रधान अध्यक्ष ने दी अपनी राय

Baili Panchayat's deputy chairman gave his opinion regarding MNREGA mobile app attendance

उज्जवल हिमाचल। बनीखेत

सरकार द्वारा मनरेगा मोबाइल ऐप हाजिरी के बारे में बैली पंचायत के उपप्रधान व अध्यक्ष एवं कांग्रेस के डिस्ट्रिक्ट स्पोक्स पर्सन जैसी राम ने अपनी राय दी। उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि सरकार ने जो मनरेगा का कार्य चला रखा है वह हमारे देश के लिए रीड की हड्डी का काम साबित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने मनरेगा की हाजिरी के बारे में फरमान जारी किया है कि मनरेगा में सुबह और शाम तक दोनों टाइम हाजिरी लगाना जरूरी है। यह सरकार का भ्रष्टाचार के खिलाफ सराहनीय कदम है। लेकिन हमारे हिमाचल में एक गांव में मनरेगा के दो या तीन कार्य इकट्ठे चले होते हैं जिसमें की पैदल जाने की व्यवस्था ही होती है।

गाड़ियों का रास्ता नहीं होता ऐसी जगह पर 30 से 40 किलोमीटर तक हर गांव में 10 किलोमीटर की दूरी पर कार्य होने से एक प्रधान सभी जगह दो बार हाजिरी नहीं लगा सकता, क्योंकि प्रधान या वार्ड मेंबर को अपने सामाजिक कार्य के लिए अपने रिश्तेदारी में दुख सुख के लिए जाना पड़ सकता है जिसकी वजह से मनरेगा में काम करने वाले 15 ,16 लोगों को हाजिरी नहीं लगेगी। और कई गांव में मोबाइल के सिग्नल नहीं होते हैं और दूसरी बात यह है कि सभी वार्ड मेंबर को टच मोबाइल चलाना नहीं आता।

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जिसके कारण हमारे प्रगतिशील कार्य पर वादा आ सकती है। इसलिए मैं सरकार से विनती करता हूं कि वह इस कार्य के बारे में अपने उच्च अधिकारियों के साथ विचार करें और गांव में भ्रष्टाचार भी ना हो इसके लिए कोई दूसरा रास्ता अपनाए।

इसलिए केंद्र सरकार से विनती है कि वह इसके बारे में पुनः विचार करें। ताकि हम अपना कार्य सही तरह से चला सके। उन्होंने कहा कि दो बार हाजिरी लगाना बहुत कठिन कार्य है। एक गांव में सभी वार्ड मेंबर और प्रधान के लिए दोबारा से हाजिरी लगाना बहुत मुश्किल है।

संवाददाताः तलविंदर सिंह

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