जसवां-परागपुर : कैप्टन संजय ने कहा है कि पिछले वर्षों में जसवां-परागपुर क्षेत्र में शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के मामले में रफ्तार धीमी रही है। इन मोर्चों पर काम की निरंतरता की कमी से गरीब आदमी की चिंताएं भी पहले से कहीं अधिक बढ़ गई हैं। वीरवार को क्षेत्र की नलसूहा पंचायत में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पराशर ने कहा कि शासन को गरीबी हटाने के एजेंडे पर काम करना होगा और यह तभी संभव हो पाएगा, जब क्षेत्र में रोजगार के साधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि उनके विजन में रोजगार उपलब्ध करवाना प्रमुखता से शामिल रहेगा।
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संजय ने कहा कि गरीबी को हटाने के लिए कोई जादू की छड़ी काम नहीं कर सकती है। इसके लिए हमें विकास का वातावरण व साधन उपलब्ध करवाने होंगे। क्षेत्र के कई परिवार गुरबत की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। जब तक गरीबी और पिछड़ापन है तो यह हमारे समाज और सियासत के लिए अच्छा नहीं है। सच यही है कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति या परिवारों की अपेक्षाओं व उम्मीदों पर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले खरा नहीं उतर पाए हैं। कथित विकास के बीच गरीब परिवारों को तरक्की का कोई लाभ नहीं मिल पाया है। ऐसे वर्ग में सामाजिक सुरक्षा की भावना भी कमजोर होती जा रही है। सबसे पहले समाज के वंचित व उपेक्षित वर्ग के उत्थान के लिए काम करना है। इस संदर्भ में वह शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में पूरी तनमन्यता और दृढ़ इच्छाशक्ति से कार्य करेंगे।
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पराशर ने कहा कि आधुनिक शिक्षा में क्रांति की जरूरत है। सिर्फ कामचलाऊ शिक्षा से किसी का भला नहीं होने वाला है। हमें बेहतर और मजबूत शैक्षणिक ढांचा की कोशिश करनी चाहिए। शिक्षा को रोजगार के साथ जोड़ना होगा। विद्यालयों व महाविद्यालयों में स्टाफ की कमी को पूरा करना उनके विजन में प्रमुखता से शामिल है। इसके साथ ही व्यवसायिक शिक्षा मिशन को भी वह पूरी तरजीह देगें। उन्होंने कहा कि जब युवा खुद को साबित करके अपने मनपसंद क्षेत्र में नौकरी हासिल करेंगे तो इस बुनियाद पर एक प्रगतिशील और खुशहाल समाज खड़ा हो जाएगा।
पराशर ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि हर साल पांच हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया जाए। इसके लिए निजी क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनियों की भी मदद ली जाएगी और इस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने के लिए युवाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी नौकरी युवाओं को नौकरी प्रदान करना है और इस संकल्प पर वह कार्य कर रहे हैं और इस वर्ष एक हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार प्रदान किया जा चुका है। यह सिलसिला यूं ही निरंतर जारी रहेगा और अगले वर्ष पांच हजार नौकिरयां उपलब्ध करवाने का अभियान गांधी जयंती से आंरभ कर दिया जाएगा।
वहीं, नलसूहा के महायज्ञ में डेढ़ सौ से ज्यादा परिवारों ने अपनी हाजिरी लगवाई और हवनकुंड में आहुतियां डालीं। इस अवसर पर रंजीत सिंह राणा, कुंदन, बलदेव सिंह, अशोक सेठी, मंजीत, मेहर सिंह, परमजीत, मदन गोपाल, अनूप राणा, कुलदीप चंद, प्यार चंद और सुशील भी उपस्थित रहे।