डेस्क: दिवाली के एक दिन बाद दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सुबह 6 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 323 था, सुबह 9:30 बजे तक यह 353 तक पहुंच गया। हवा में पार्टिकुलेट मैटर (pm 2.5) का स्तर औसत 319 मापा गया।
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण दिवाली पर चलाए गए पटाखे बताए जा रहे हैं। बैन के बाद भी प्रदेश में रात भर पटाखों का शोर और धुआं चलता रहा। सुबह होने तक दिल्ली की हवा सांस लेने लायक नहीं बची। दिल्ली से सटे नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी हवा में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा है। सुबह 9:30 बजे नोएडा का AQI 344, गुरुग्राम का 341 और फरीदाबाद का 347 दर्ज हुआ।
दिवाली पर 4 साल का सबसे कम प्रदूषण
दिवाली के अगले दिन दिल्ली की हवा बेहद खराब स्तर पर है, लेकिन दिवाली पर दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर चार साल के सबसे कम स्तर पर रहा। सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, इस साल 24 घंटे का AQI का औसत 312 रहा। 2021 में यह औसत 382 था, 2020 में 414 और 2019 में 337 था।
यह भी पढ़ें : कार्तिक अमावस्या की तिथि पर पड़ने वाला साल का आखिरी सूर्यग्रहण आज
सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा था- पटाखों की जगह मिठाई पर खर्च करें
दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पटाखों जलाने पर लगे बैन के खिलाफ दाखिल याचिका पर तुरंत सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने याचिका दाखिल करने वाले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी से कहा कि लोगों को साफ हवा में सांस लेने दीजिए और पैसे पर मिठाई खर्च करिए। इससे पहले हाईकोर्ट ने पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था। हाईकोर्ट ने कहा, मामला सुप्रीम कोर्ट में है, तो हम सुनवाई नहीं कर सकते हैं।
एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) को 0-50 के बीच ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।