कांगड़ा के बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक आयोजित

District level review committee meeting of banks of Kangra organized

उज्जवल हिमाचल। धर्मशाला

जिला काँगड़ा के बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा समिति की सितम्बर 2022 तिमाही की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का संचालन मुख्य अग्रणी जिला प्रबंधक कुलदीप कुमार कौशल ने किया। बैठक की मुख्य अतिथि गन्धर्वा राठौर एडीसी उपस्थित रही। बैठक में पंजाब नैशनल बैंक के धर्मशाला मण्डल के उप मण्डल प्रमुख राजेंद्र कुमार, अरुण खन्ना डीडीएम नाबार्ड , भारतीय रिज़र्व बैंक से यश वर्मा एल.डी.औ. आरबीआई तथा सभी प्रमुख बैंकों के समन्वयक तथा विभिन्न सरकारी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

राजेंद्र कुमार उप मण्डल प्रमुख, पंजाब नैशनल बैंक धर्मशाला ने अपने सम्बोधन में बताया कि कांगडा जिले के बैंकों ने वार्षिक ऋण योजना 2022-23, सितम्बर तिमाही 2022 के अंतर्गत रू. 2894 करोड़ के एवज में रू. 3000 करोड़ वितरित किए। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में विभिन्न बैंकों के पास लोगों के रू. 35095 करोड़ जमा है तथा जिला के सभी बैंक अब तक लोगों को रू 8422 करोड के ऋण 2022 तक दे चुके हैं।

यश वर्मा एल.डी.ओ. आरबीआई जिला कांगडा ने सभी बैंकों की उपलब्धियो पर चर्चा की तथा साथ ही सभी बैंकों को उनके लक्ष्य पूरा करने को कहा। उन्होंने जिला के सभी विभागों से मिल-जुलकर कार्य करने के लिए कहा,जिससे जिले में विभिन्न विकास कार्यों में तेजी लाई जा सकें। उन्होंने जमा ऋण अनुपात की कमी पर चिंता व्यक्त की तथा सभी बैंकों को दिशा निर्देश दिए कि वह चालू जमा अनुपात को बढाएं और उन्होंने बैंको को ग्राहकों के प्रति सवेदनशीलता दिखाने के लिए कहा।

अतिरिक्त उपायुक्त ने कुछ बैंकों की कृषि क्षेत्र तथा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में बहुत ही कम या नाम मात्र प्रदर्शन पर रोष व्यक्त किया तथा उन्हें सख्ती से हिदायत देते हुए कहा की इन क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा ऋण किया जाए। उन्होने इस बात पर चिंता जताई के जिला में काम कर रहे कुछ प्राइवेट बैंक सिर्फ जमा राशी ही ले रहे है तथा जिला में ऋण नहीं दे रहे जबकि उनके पास जिला के सरकारी विभागों का बहुत सा धन जमा है परन्तु उसका लाभ ऋण के रूप में जिला के लोगों को नहीं दिया जा रहा। उन्होंने इन सभी प्राइवेट बैंकों को चेतावनी देते हुए कहा की ये बैंक जल्द से जल्द ऋण देने पर काम करें वरना जो भी सरकारी धन इनके पास जमा है उसे निकाल लिया जायेगा।

इस मौके पर गन्धर्वा राठौर अतिरिक्त उपायुक्त ने विभिन्न बैंक स्कीमों के प्रतिजागरूकता अभियान आयोजित करने पर जोर दिया ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके। अध्यक्ष महोदया ने सरकार द्वारा चलाई गयी सभी योजनाओं के अन्तर्गत अपूर्ण ऋण मामलों का जल्द से जल्द निवारण करने का आदेश दिया। इस अवसर पर प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत आने वाले किसानो को केसीसी /पीएमएसबीवाई/पीएमजेजेबीवाई /एपीवाई से जोड़ने हेतु चलाए गए अभियान की समीक्षा की गई तथा सभी बैंकर साथियों से इस अभियान को सफल बनाने हेतु अधिक से अधिक किसानो को इन योजनाओं से जोड़ा जाए ताकि किसान अधिक से अधिक लाभ उठा सकें तथा अपनी आय में वृधि कर सकें।

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अग्रणी जिला प्रबंधक ने सभी बैंकों को जिला के कृषि क्षेत्र के उत्थान के लिए किसानों को अधिक से अधिक आर्थिक मदद देने के लिए कहा। डीडीएम नाबार्ड सम्भाव्य्तायुक्त ऋण योजना वर्ष 2023-24 , 639368 लाख ऋण क्षमता का आलांकन तैयार जिसका विमोचन गन्धर्वा राठौर अतिरिक्त उपायुक्त के हाथों से करवाया गया। डीडीएम नाबार्ड ने एफ़पीओ स्कीम में एक जिला एक उत्पाद तथा कृषि अवसंरच्ना कोश के बारे में विस्तार पुर्बक बताया। जिला अग्रणी मुख्य प्रबंधक कुलदीप कुमार कौशल ने मुख्य मंत्री स्वावलंवन तथा छोटे सड़क विक्रेताओं तथा रेडी फड़ी वालों के लिया चलाई गयी प्रधान मंत्री स्वा निधि स्कीम के अन्तर्गत अधिक से अधिक ऋण करने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस अवसर पर भारतीय रिज़र्व बैंक से यश वर्मा, एल.डी.औ. आरबीआई ने कृषि क्षेत्र तथा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र की स्तिथि पर चिंता व्यक्त की और इन क्षेत्रों में अधिक से अधिक ऋण देने तथा किसानों की आय में वृधि किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने बैंकों के अधीन काम करने वाले बैंक मित्र जो की निष्क्रिय हैं उन्हें सक्रीय किया जाए या फिर उनके स्थान पर नए बैंक मित्र को नियुक्त किया जाए ताकि जो क्षेत्र बैंक सुविधाओं से अवांछित हैं उन्हें इन बैंक मित्रों द्वारा बैंकिंग सुविधएं दी जा सकें। सभा में सेल्फ हेल्प ग्रुप के प्रोत्साहन तथा उन्हें बैंक ऋण मुहैया कराने पर भी जोर दिया गया। अध्यक्ष ने इस मीटिंग का जिला की प्रगति में अहम भूमिका होने तथा सभी बैंकों ओर सम्बंधित सरकारी विभागों को इसमें उपस्थित होना अनिवार्य बताया।

अतिरिक्त उपायुक्त जिला ने अपने सम्बोधन में बैंकों को अधिक से अधिक वित्तीय जागरूकता कैम्प आयोजित करने , कृषि ऋण की स्थिति सुधारने के निर्देश दिए तथा बैंको को चालू जमा अनुपात जो की इस समय 24.00 प्रतिशत है बढ़ाने के दिशा निर्देश दिए। कुलदीप कौशल ने जिला में गेहूं ओर मक्का की खेती के साथ अन्य फसलों के उत्पादन तथा इन फसलों के लिए बैंक ऋण देने पर जोर दिया क्योंकि इन फसलों द्वारा किसानों की आय में वृधि के साथ जिले में कृषि ऋण को भी काफी बढाया जा सकता है उन्होंने हर साल कृषि विभाग द्वारा फसलों पर दिए जाने वाले ऋण की सीमा तय करने वाले वित पैमाने में सुधार की अपील की।

साथ ही साथ कुलदीप कौशल ने जिले के राजस्व विभाग में लंबित बैंकों द्वारा प्रस्तुत मामलों के जल्द निपटारे के लिए अतिरिक्त उपायुक्त से अपील की। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में इस तरह के मामलों का जल्द निपटारा ना होना भी एक कारण है जिसकी वजह से ऋण आवेदकों को समय पर ऋण उपलब्ध नहीं हो पाता जिसके कारण लोगों में बैंकों के प्रति उदासीनता बढ़ती है ओर साथ ही साथ बैंकों की ऋण देने के क्षमता तथा ऋण जमा अनुपात घटता है जो की जिले की प्रगति में एक बहुत बड़ा बाधक है। इस पर अतिरिक्त उपायुक्त ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।

अंत जिला अग्रणी मुख्य प्रबंधक शकुलदीप कुमार कौशल ने अतिरिक्त उपायुक्त, विभिन सरकारी विभागों से उपस्थित प्रतिनिधियों तथा सभी बैंकों से उपस्थित जिला समन्वयकों का धन्यबाद किया। इसी के साथ उन्होंने सभी अधिकारीयों की तरफ से अतिरिक्त उपायुक्त को आश्वासन दिया की चालू जमा अनुपात, कृषि ऋण तथा प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र की स्तिथि को सुधारने का पूरा-पूरा प्रयास करेगे।

संवाददाताः ब्यूरो धर्मशाला

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