उज्जवल हिमाचल। जोगिंद्रनगर
सनातन धर्म सभा मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथावाचक आचार्य तिलक ने कहा कि भगवान और भक्त की आस्था का अटूट प्रतीक श्रीमद्भागवत कथा है। उन्होंने कहा कि जब.जब भी भक्त पर कष्टे आए और धर्म पर अधर्म हावी हुआ।
यह भी पढ़ेंः चंद्र कुमार होगें पहले शीतकालीन सत्र के प्रोटेम स्पीकर
तभी भगवान ने विभिन्न अवतारों में धरती पर आकर पाप का विनाश किया। आगे कहा कि भगवान आज भी अपने भक्तों के साथ हैंए सिर्फ भक्त की आस्था में सच्चाई होनी चाहिए। श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान करते हुए आचार्य तिलक ने कहा कि हर कष्ट का निवारण श्रीमद्भागवत कथा में शामिल है।
उन्होंने महिलाओं को अपने दैनिक कार्यों में समय निकालकर प्रतिदिन भागवत कथा करने का आह्वान किया। महिलाओं ने सत्संग में खूब नृत्य किया।