छोटी पंचायत दोदरा की बड़ी समस्याओं का होना चाहिए हल: संजय पराशर

कहा, धन कमाने के साथ सामाजिक कार्यों के लिए खर्च करने के लिए भी चाहिए होती है प्रभु कृपा

उज्जवल हिमाचल। डाडासीबा

कैप्टन संजय ने कहा है कि निस्वार्थ भाव से की गई सेवा ईश्वरीय कार्य के समान होती है। शुक्रवार को जसवां-परागपुर क्षेत्र की दोदरा पंचायत में 13वें महायज्ञ में उपिस्थत जनसमूह को संबोधित करते हुए पराशर ने कहा कि अगर धन कमाने के लिए प्रभु कृपा चाहिए, तो उस धन को खर्च करने के लिए परमात्मा का हुक्म होना जरूरी होता है। अगर उन्हें क्षेत्र की जनता का सेवा करने का मौका मिला है तो शायद इसके पीछे भी भगवान की कोई मर्जी रहेगी। महायज्ञ में सवा सौ परिवारों के सदस्य ने हवन यज्ञ में आहुतियां डालीं और क्षेत्र की सुख-स्मृद्धि की कामना की।

संजय ने कहा कि क्षेत्र की छोटी पंचायतों में शुमार दोदरा पंचायत की समस्याएं बड़ी हैं। गांववासियों की इन दिक्कतों का आजादी के साढ़े सात दशक बाद भी समाधान नहीं हो पाया है तो समझा जा सकता है कि व्यवस्था में कहीं न कहीं खोट है। पराशर ने कहा कि पुल न होने के कारण दोदरा दो हिस्सों में बंटा हुआ है। विडंबना है कि बरसात के दिनों में स्थानीय वासी आपस में ही नहीं मिल पाते हैं। इस समस्या का हल होना चाहिए। कहा कि दोदरा से टोंटा तक सड़क पक्की होने का इंतजार गांववासी लंबे समय से कर रहे हैं।

अगर सड़क पक्की हो जाती है तो इस गांव के वासियों के लिए बेहतर रोड़ कनेक्टीविटी स्वाणा और समनोली तक हो जाएगी। कहा कि स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र और पशु औषधालय में जरूरी सुविधाएं होनी चाहिए। पराशर ने कहा कि उनके ध्यान में स्थानीय वासियों ने यह बात भी ध्यान में लाई है कि वाटर टैंक की राइजिंग लाइन में बिछने में हो रही देरी से गांव के कई घरों में पानी की किल्लत हो जाती है।

जबकि उठाऊ पेयजल परियोजना के लिए पानी का स्त्रोत दोदरा गांव ही है। कहा कि ऐसी कई असुविधाएं हैं, जिनका सामना स्थानीय वासियों को हर रोज करना पड़ता है। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। संजय ने कहा कि क्षेत्र में बेरोजगारी एक प्रमुख मुद्दा है। युवाओं को नौकरी देने के लिए जिन्हें काम करना चाहिए था, उन्होंने एक तरह से किनारा कर लिया।

अब नतीजा यह है कि बेरोजगारी का आंकड़ा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। संजय पराशर ने कहा कि उन्होंने बेरोजगारी दूर करने के लिए अपनी कंपनी के तीन कार्यालय खोले हैं और रोजगार सृजन के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं। कई कंपनियों से नौकरियाें को लेकर बात भी हुई है और परिणाम सकारात्मक रहने की संभावना है। संजय ने कहा कि वह अपने संसाधनो से समाज के गरीब व उपेक्षित वर्ग की मदद कर रहे हैं और भविष्य में यह अभियान जारी रहेगा।

इस महायज्ञ में संजीव कुमार, मेहर चंद, राज कुमार, तरसेम, मंशाराम, पप्पू मिस्त्री, सुनीता देवी, कमलेश कुमारी, पिंकी देवी, प्रिया, राममूर्ति, अशोक कुमार, धर्मपाल, संजीव कुमार, नीलमा देवी, पुष्पा देवी, सुनीता देवी, स्वर्णा देवी, वीणा देवी, सरोज देवी, उषा देवी, पुण्य देवी, निर्मला देवी, अशोक कुमार, रमेश चंद, मंसा राम, रामस्वरूप, खुशीराम और जुगनी देवी समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।