हिमाचलः नेशनल एग्जिट परीक्षा के विरोध में सड़कों पर उतरे प्रशिक्षु डॉक्टर

उज्जवल हिमाचल। हमीरपुर

डॉक्टर राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल हमीरपुर में मौजूदा शैक्षणिक सत्र के बीच में नेशनल एग्जिट परीक्षा लागू करने के फैसले के विरोध में सोमवार को प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के छात्र छात्राएं सड़कों पर उतर आए हैं। मेडिकल स्टूडेंट ने नेशनल मेडिकल काउंसिल के इस नए फरमान का विरोध करते हुए इसे इस वर्ष से लागू न करने की मांग की है।

प्रशिक्षु डॉक्टरों नेे मुख्यमंत्री सुक्खविन्द्र सिंह सुक्खू से भी इस मुद्दे को लेकर छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए नेशनल मेडिकल काउंसिल से बात करने की गुहार लगाई है। वहीं प्रशिक्षु छात्रों का कहना है कि उनके लिए नेशनल एग्जिट परीक्षा एकदम से दे पाना संभव नहीं है। छात्र इसके खिलाफ नहीं है लेकिन इसके लिए उन्हें तैयारी करने का पूरा समय दिया जाए। हो सके तो इसे अगले सत्र से लागू किया जाए।

राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के प्रशिक्षु डॉक्टर तरूष महाजन ने बताया कि 2019 बैच के छात्रों पर नेशनल एग्जिट परीक्षा लागू करने के नेशनल मेडिकल काउंसिल ने फरमान जारी किए है। जिसका वह सभी लोग विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक महीना पहले ही उन्हें जानकारी दी गई कि जुलाई महीने में उनका इस परीक्षा को लेकर मॉक टेस्ट लिया जाएगा।

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जिसमें 19 विषयों की परीक्षा एक साथ देनी होगी इतने सारे विषयों की परीक्षा एक साथ कम समय में कैसे दे सकते हैं। उनके लिए संभव नहीं है ना ही उन्हें बताया गया कि फाइनल परीक्षा इस साल कब होनी है। स्टूडेंट का भविष्य इसे लेकर दांव पर लग गया है। काउंसिल का यह फैसला सरासर गलत है।

वहीं, प्रशिक्षु इंतिका शर्मा का कहना है कि एमएनसी ने अपने सारे निर्णय जबरदस्ती प्रशिक्षुओं पर थोपे जा रहे है और पांच छह महीनों के अंदर प्रशिक्षुओं पर नेशनल एग्जिट परीक्षा लागू करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षु की मांग है कि इसके लिए पूरा समय दिया जाए और हो सके तो इस नियम को अगले सत्र से लागू किया जाए क्योंकि देशभर में मेडिकल छात्र इसका विरोध कर रहे हैं।

संवाददाताः विजय ठाकुर

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