उज्जवल हिमाचल। मंडी
वल्लभ महाविद्यालय मंडी में शनिवार को सुबह कॉलेज गेट के समीप एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर कॉलेज प्रिंसिपल का घेरावकर विरोध दर्ज करवाया गया। उनका कहना है कि जब से कॉलेज बना है उसी वक्त से कॉलेज ए-ग्रेड में रहा लेकिन जब से नए प्रिंसिपल आए उसके बाद बी-ग्रेड में तब्दील हो गया।
विभाग संयोजक विशाल ठाकुर का कहना है कि प्रिंसिपल को पता था की नैक की टीम कॉलेज में आने वाली है उसके पश्चात् भी कॉलेज की व्यवस्था को सुधारा नहीं गया। उन्होंने कहा कि कॉलेज में शौचालयों की हालत खस्ता है और लंबे समय से यह मांग की जा रही है कि 7 हज़ार छात्रों के महाविद्यालय में पुस्तकालय में केवल 50 बच्चों के बैठने की व्यवस्था है।
उसके साथ ही इतने बड़े कॉलेज में गर्ल्स कॉमन रूम की भी व्यवस्था नहीं है और डिस्पोजेबल मशीन जो छात्राओं के लिए लगाई जाती है उसे भी नैक विज़िट के दौरान उधार मांगकर लाया गया और उसके उपरांत उसे फिर ले जाया गया।
वहीं विशाल ठाकुर ने बताया कि इन मांगों को लेकर पहले भी प्रिंसिपल को ज्ञापन देने के लिए गए थे लेकिन उसे स्वीकार नही किया गया।
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जिसके उपरांत कार्यकर्ताओं ने ये फैसला लिया कि गेट पर ही प्रिंसिपल को ज्ञापन प्रेषित किया जाए। विशाल ठाकुर ने बताया कि कॉलेज प्रशासन के द्वारा पुलिस को बुलाकर मारपीट की गई और कार्यकर्ताओं को धमकाया गया। वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान ही कार्यकर्ता भारती को महिला पुलिस कॉन्स्टेबल द्वारा ले जाते समय उन्होंने कहा कि पुलिस को महिला पुलिस कर्मी पहले बुलानी चाहिए थी लेकिन उस समय एक पुलिस कर्मी द्वारा उन्हें छाती पर धक्का दिया गया।
इस दौरान विशाल ठाकुर ने कहा कि मीडिया से बातचीत के दौरान भी पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं को खदेड़ कर अपने साथ ले गई। उन्होंने कहा कि एक मजबूत सिपाही सरकार का मजबूर सिपाही बन गया है। उन्होंने कहा कि बिना महिला पुलिस कर्मी के कार्यकर्ता के साथ हाथपाई की गई। 4 छात्र कार्यकर्ताओं को मारपीट कर बिना वॉरन्ट पुलिस साथ ले गई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन का इस तरह से तानाशाही रवैया रहा तो विद्यार्थी परिषद् उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगी।