रोचक मुकाबलाः एक बार फिर कांग्रेसी ससुर व बीजेपी दामाद आमने-सामने

सोलन: हिमाचल प्रदेश में अब विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपने 62 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है और बाकी विधानसभा क्षेत्रों के टिकट आवंटन पर मंथन किया जा रहा है। सबसे रोचक मुकाबला सोलन सीट पर देखने को मिलेगा।

यहां पर एक बार फिर ससुर और दामाद के बीच टक्कर देखने को मिलेगी। भाजपा ने ससुर के सामने फिर से दामाद को चुनावी रण में उतारा है। बीते 2017 के चुनाव में भी यह ससुर दामाद की जोड़ी आमने सामने थी, लेकिन दामाद को हार का मुंह देखना पड़ा था। कांग्रेस के धनी राम शांडिल के मुकाबले में भाजपा ने राजेश कश्यप को टिकट थमाया है।

जानकारी के मुताबिक, सोलन सीट आरक्षित सीट है। यहां से भाजपा ने जहां डॉक्टर राजेश कश्यप और कांग्रेस ने धनी राम शांडिल को टिकट दी है। ये दोनों सुसर (धनीराम) और दामाद (राजेश कश्यप) हैं।

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अहम बात ये है कि दामाद के मुकाबले ससुर के पास राजनीतिक अनुभव ज्यादा है। राजेश कश्यप अभी राजनीति में नए हैं। राजेश कश्यप का यह दूसरा चुनाव है और पहले चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था।

ससुर धनीराम शांडिल दो बार विधायक रहे हैं। 2012 से 17 की कांग्रेस सरकार में वह समाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री रहे थे। धनीराम शांडिल आर्मी से रिटायर होने के बाद राजनीति में आए. सन 1999 में उन्होंने लोकसभा का चुनाव हिमाचल विकास कांग्रेस की ओर से लड़ा और जीता।

2004 में उन्होनें एक बार फिर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और सांसद चुने गए। सन 2012 में उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और कांग्रेस के टिकट पर जीते। अब वह मौजूदा वीरभद्र सरकार में समाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री हैं। बता दें कि धनीराम शांडिल कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं।

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