गुरु नानक जी की प्रमुख शिक्षाएं

उज्जवल हिमाचल डेस्क…

आज सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 551वीं जयंती मनाई जा रही है। नानक साहिब का जन्म 15 अप्रैल 1469 को पंजाब के तलवंडी में हुआ था, जो कि अब पाकिस्तान में हैं। इस जगह को ननकाना साहिब के नाम से भी जाना जाता है। सिख धर्म में गुरु पर्व का बहुत महत्व है। हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। प्रकाश पर्व के दिन सभाओं में गुरु नानक देव के द्वारा दी गई शिक्षाओं के बारे में बताया जाता है और गुरु ग्रंथ साहिब पाठ किया जाता है।

गुरु नानक की शिक्षाएं

गुरु नानक की शिक्षाएं आज भी सही रास्ते में चलने वाले लोगों का मार्ग दर्शन कर रही हैं। इनके अनुयायी इन्हें नानक और नानक देव, बाबा नानक और नानक शाह जी जैसे नामों से संबोधित करते हैं। कई चमत्कारिक घटनाओं की वजह से ये 7-8 साल की उम्र में ही काफी प्रसिद्ध हो गए थे। आइए गुरु नानक जयंती से पहले जानते हैं उनकी 10 बड़ी शिक्षाओं के बारे में।

गुरुजी की 10 शिक्षाएं

1 परम-पिता परमेश्वर एक है।

2 हमेशा एक ईश्वर की साधना में मन लगाओ।

3 दुनिया की हर जगह और हर प्राणी में ईश्वर मौजूद हैं।

4 ईश्वर की भक्ति में लीन लोगों को किसी का डर नहीं सताता।

5 ईमानदारी और मेहनत से पेट भरना चाहिए।

6 बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न ही किसी को सताएं।

7 हमेशा खुश रहना चाहिए, ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा याचना करें।

8 मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से जरूरत मंद की सहायता करें।

9 सभी को समान नज़रिए से देखें, स्त्री-पुरुष समान हैं।

10 भोजन शरीर को जीवित रखने के लिए आवश्यक है। परंतु लोभ-लालच के लिए संग्रह करने की आदत बुरी है।