दुर्गा अष्‍टमी के दिन होती है मातारानी के स्वरूप मां महागौरी की पूजा

Mother Mahagauri is worshiped in the form of Matarani on the day of Durga Ashtami
दुर्गा अष्‍टमी के दिन होती है मातारानी के स्वरूप मां महागौरी की पूजा

उज्जवल हिमाचल। डेस्क
नवरात्रि (Navratri) के 9 दिन हिंदू धर्म में बेहद पवित्र और महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की विशेष आराधना और पूजा पाठ की जाती है। माना जाता है कि इन 9 दिनों में मां दुर्गा खुद धरती पर विचरण करने आती हैं।

उस पर नवरात्रि की अष्‍टमी तिथि का तो विशेष महत्‍व है क्‍योंकि इसी दिन मां दुर्गा असुरों का संहार करने के लिए प्रकट हुईं थीं। आज दुर्गा अष्‍टमी है। अष्‍टमी के दिन मातारानी के मां महागौरी रूप की पूजा की जाती है। साथ ही आज कन्‍या पूजन करने का बेहद महत्‍व है। वहीं कल गुरुवार को मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी।

महा अष्‍टमी पर शुभ योग
इस बार दुर्गा अष्टमी पर बेहद शुभ योगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। अष्‍टमी के दिन कन्या पूजन और मां दुर्गा की पूजा करने का बहुत लाभ होता है। ऐसा करने से जीवन के तमाम कष्टों से छुटकारा मिलता है और शत्रुओं पर विजय मिलती है। वहीं आज अष्‍टमी पर बन रहे शुभ योग में किया गया हवन, पूजन, कन्‍या पूजन बहुत लाभ देगा। इस बार अष्टमी तिथि पर 2 शुभ योग बन रहे हैं। पहला शोभन और दूसरा रवि योग, शोभन योग 28 मार्च की रात 11ः36 मिनट से शुरू हो चुका है। वहीं रवि योग समाप्त 29 मार्च की दोपहर12ः13 मिनट तक रहेगा। ऐसे में आज 29 मार्च को कन्या पूजन करने का शुभ मुहूर्त दोपहर12ः13 मिनट तक है।

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कन्या पूजन विधि
अष्‍टमी के दिन 2 से 9 साल तक की कन्याओं का पूजन करने का विशेष महत्‍व है। इसके लिए पहले कन्‍याओं के साफ पानी से पैर धुलाएं। फिर उन्‍हें खीर-पूरी, काले चने का सम्‍मानपूर्वक भोजन कराएं। इसके बाद उन्‍हें सामर्थ्‍य अनुसार भेंट दें और पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। ऐसा करने से मातारानी खूब प्रसन्‍न होती हैं।

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