उज्जवल हिमाचल। शिमला
हिमाचल प्रदेश में लगभग डेढ़ महीने से दो सीमेंट प्लांट बंद पड़े हैं। माल भाड़े को लेकर ट्रक ऑपरेटरों और सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन के बीच विवाद उपजा है। जिसे इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी सुलझाया नहीं जा सका है। भाजपा ने सीमेंट विवाद को लेकर सरकार पर हमले तीखे कर दिए हैं जबकि कांग्रेस सरकार गौतम अडाणी की मंशा के पीछे शक जाहिर कर विवाद को सुलझा लेने का दावा कर रही है।
सीमेंट कंपनी और ट्रक ऑपरेटरों के बीच चल रहे विवाद को लेकर नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। सरकार को गंभीरता से प्रयास करने चाहिए। यह सीमेंट कंपनी और ट्रांसपोर्टरों के बीच का विवाद है।
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इससे पहले भी इस तरह की बातें सामने आती रही है लेकिन उसका हल निकाले जाते रहे दोनों पक्षों को बिठाकर रास्ता निकलता रहा है। वहीं दूसरी तरफ सरकार में सीपीएस सुन्दर सिंह ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनते ही अडानी ने अचानक से फैक्ट्री को बंद कर दी।
सरकार को इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। आखिर किसके इशारे पर सीमेंट फैक्ट्री को बंद करने का निर्णय लिया गया है, यह शक पैदा करता है हालांकि सरकार विवाद को सुलझाने के लिए प्रयासरत है और मुख्यमंत्री खुद पूरे प्रकरण पर गंभीरता दिखा रहे हैं और जल्दी ही मामले को सुलझाने का सरकार प्रयास करेगी।