कांगड़ा: जिला कांगड़ा में 5,720 बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान का विकल्प चुना है। कांगड़ा जिले में करीब 10 हजार 290 दिव्यांग मतदाता हैं। वहीं, जिले में 80 साल से अधिक उम्र वाले 35 हजार 551 मतदाता हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी डा. निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा जिले की 15 विधानसभा सीटों के लिए 13 लाख 12 हजार 774 मतदाता विधानसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
चुनावों में सबकी भागीदारी तय बनाने को प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध रहेंगे। विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए खास व्यवस्था की गई है। 80 प्लस आयु और दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं के साथ-साथ दिव्यांग मतदाताओं को भी घर से मतदान करने की सुविधा का विकल्प प्रदान किया गया है। इसके लिए प्रशासन की ओर से विशेष दलों ने बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के घर जाकर मतदान के विकल्प को लेकर फॉर्म भरवाए हैं।
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अभी तक जिले में कुल 5,720 बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान का विकल्प चुना है। इन सभी मतदाताओं के मतदान के लिए विशेष दल निर्धारित शेड्यूल के अनुसार मतदान की प्रक्रिया पूर्ण करवाएंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने और वापिस ले जाने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। मतदान केंद्रों पर उनकी सुविधा के लिए व्हीलचेयर, रैंप और अन्य सभी जरूरी इंतजाम रहेंगे। चुनावी प्रक्रिया में दिव्यांगजनों की मजबूत सहभागिता एवं सबके लिए ‘सुलभ चुनाव’ बनाने पर विशेष जोर है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में तैनात चुनाव निगरानी दलों में बेहतर समन्वय और उनके काम काज पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन ने ई-कैच ऐप (कांगड़ा एप्लीकेशन फार ट्रैकिंग चुनाव) तैयार की है। ये ऐप फील्ड में तैनात विभिन्न निगरानी दलों के कामकाज को आसान और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक है। पर्यवेक्षकों ने चुनाव प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की इस अभिनव पहल की सराहना की है।
संवाददाताः ब्यूरो कांगड़ा
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