बैजनाथः साहसिक खेल पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व की दूसरी बड़ी साइट बीड़ बिलिंग घाटी में चल रही अंतर सैन्य कर्मी पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता के तीसरे दिन भी पायलटों ने टेक ऑफ प्वाइंट से एक के बाद एक सफल उड़ानें भरी तथा प्रतिभागियों ने अपना टास्क पूरा किया।
लोक सम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि नॉर्थरन कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जरनल उपेंद्र द्विवेदी इस प्रतियोगिता का समापन पहली नवम्बर को करेंगे तथा विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
भारतीय सेना के आर्मी एडवेंचर स्पोर्ट्स के निदेशक कर्नल पीएस चौहान ने कहा कि प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की सुरक्षा और संरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने दावा जताया कि घाटी में उड़ान भर रहे सेना के यही जाबाज आने वाले समय में एशियन गेम्स में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
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गौरतलब है कि 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना की चौथी व नौवीं बटालियन के विशेष पेरावल के जांबाज पैराग्लाइडर पायलटों ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी में 19 जवानों की बर्बर सामूहिक हत्या का बदला लेने के लिए पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक को पैराग्लाइडिंग के माध्यम से ही अंजाम दिया था।
इस दौरान सेना द्वारा न केवल पाकिस्तान की सरजमीं पर फल-फूल रहे आतंकी शिविरों को नष्ट किया बल्कि उनके लांच पैड, बंकर और तमाम संचार व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। जिसके बल-बूते पाकिस्तानी आतंकी जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देते थे।
संवाददाताः ब्यूरो बैजनाथ
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