पौंग झील से छोड़े गए पानी से भयंकर तबाही का भाजपा नेताओं द्वारा किया निरीक्षण

मंड क्षेत्र में दौरे के दौरान एकत्रित भाजपा नेताओं का सामूहिक चित्र

उज्ज्वल हिमाचल। ज्वाली

विधान सभा क्षेत्र फतेहपुर, इंदौरा की पंचायतें मंड रियाली, भोंगरवा, बड़ूखर , पराल ,मलकाना, मिलवां इत्यादि का भाजपा के शीर्ष नेताओं में कांगड़ा चंबा लोक सभा प्रभारी विपन परमार, ज्वाली के भाजपा प्रत्याशी संजय गुलेरिया, महा मंत्री त्रिलोक कपूर, कांगड़ा विधायक पवन काजल, इंदौरा के पूर्व विधायक रीता धीमान, राजीव भारद्वाज, विशाल चौहान, सह मीडिया प्रभारी चक्षु ने उपरोक्त 17 प्रभावित पंचायतों में हुए भयंकर तबाही से पीड़ित लोगों की सुध लेने पहुंचे और लोगों से रु ब रू होकर लोगों का हाल चाल पूछा और आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार से जो भी संभव सहायता होगी दिलाई जाएगी।

बता दे कि हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के चलते ऊपरी इलाके से आए पानी कारण व्यास नदी के उफान से पौंग बांध में पानी का जल स्तर इतना बढ़ गया कि बीबीएमबी के अधिकारियों द्वारा मजबूरन पानी छोड़ना पड़ा जिससे पौंग बांध के निचले इलाकों में पानी के तांडव से कहर मच गया। देखते ही देखते व्यास नदी के आसपास का इलाका जलमग्न हो गया।

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हालांकि सरकार द्वारा पहले ही लोगों को अलर्ट कर दिया था लेकिन पानी के आगे इन लोगों की जरा न चली और सारा इलाका पानी की भयंकर चपेट में आ गया। जिससे लोगों के घर डूब गए और कुछ लोगों, पशुओं और सैंकड़ों एकड़ फसलों के बह जाने से भारी क्षति हुई है। जिस बारे लोगों ने विपन परमार से फसलों की हुई हानि के संबंध में सरकार के समक्ष आवाज उठाने की मांग की। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में लोग काफी दिनों से बिजली की तारें टूटने व खंभे के गिरने से अंधेरे में अपना जीवन व्यतीत करने को मजबूर है ।

विपन परमार ने कहा कि पिछले एक डेढ़ महीने से जो हिमाचल में भारी बारिश हो रही है जिससे भारी नुकसान हुआ है। विधानसभा फतेहपुर, इंदौरा के जिस शोर पर हम खड़े है यहां के लोगों की फसलों का भारी नुकसान हुआ है। भारत सरकार ने किसानों, बागबानों और गरीब जनता के हित प्रति काफी गंभीर है और हिमाचल सरकार को 364 करोड़ रूपये राहत के तौर पर दिए और 400 करोड़ और देने का एक प्रावधान किया है। परमार ने कहा कि लगभग 2000 सैट्रेक्चर टूट चुके है। लोग राहत का इंतजार कर रहे है लेकिन सुक्खू सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं दिख रही है ।

 

संवाददाताः चैन सिंह गुलेरिया

 

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