नूरपुरः हिमाचल पंजाब को आपस में जोड़ने वाली चक्की खड्ड पर बने पुल को तीन माह से सरकार और सम्बन्धित विभाग वाहनों के आवागमन के लिए खोलने में नाकाम सिद्ध हुआ है। सुरक्षा के नाम पर पुल को बार बार बंद करके क्षेत्र की जनता को बेवजह परेशान किया जा रहा है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने कहा कि सरकार की नालायकी का खमियाजा क्षेत्र जनता को भोगना पड रहा है।
महाजन ने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि तीन महीने की मरम्मत के चलते भी पुल छोटे वाहनों के लिए भी बंद है, तो सारी प्रक्रिया पर सवालिया निशान उठना लाजिमी हैं। कम से कम छोटे वाहनों के लिए तो पुल को खोल देना चाहिए, ताकि क्षेत्र के लोग आसपास के क्षेत्रों में आ जा सकें जिन्हें करीब 40 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर प्रतिदिन करना पड़ रहा है। महाजन ने कहा कि पुल की उक्त जगह काफी समय से संवेदनशील बनी हुई थी।
सरकार और संबन्धित विभाग को बरसात से पहले ही इस बारे संज्ञान लेना चाहिए था। लेकिन तब सरकार और संबन्धित विभाग कुंभकर्णी निद्रा में सोये रहे। महाजन ने कहा कि समय रहते सरकार और संबन्धित विभाग जाग गया होता तो आज लोगों को बेवजह परेशान और भारी आर्थिक बोझ न उठाना पड़ता स महाजन ने कहा कि पुल के बंद होने के कारण प्रतिदिन नूरपुर से चक्की पड़ाव की ओर आने जाने वाले लोगों और स्वास्थ्य कारणों से पठानकोट के अस्पतालों में जाने वाले लोगों को भारी अतिरिक्त खर्च सहित कई किलोमीटर का अतिरिक्त सफर उठाना पड़ रहा है।
महाजन ने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि चक्की खड्ड में बरसात के कारण पुल के दो पिलरों को हुए कुछ नुकसान के कारण 24 अगस्त को पुल को बंद कर दिया गया था, इस बीच अब तक तीन बार पुल पर वाहनों के गुजरने की रोक लगाई गई है जोकि समझ से परे है। महाजन ने कहा कि पुल के बचाव के लिये अब तक कितनी राशि खर्च की गई वहां पर किया गया बचाव कार्य क्यों टिक नहीं पाया। सरकार द्वारा इसकी पूरी जांच सामने लाई जाए और कम से कम छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए पुल को तुरंत खोला जाए।
संवाददाताः विनय महाजन।