ज्वालामुखी : ज्वालामुखी उपमंडल में लंपी वायरस की इस समय स्तिथि नियंत्रण में है। यह बात ज्वालामुखी उपमंडल के एसडीएम मनोज ठाकुर ने कही। उन्होंने बताया कि उपमंडल ज्वालामुखी में भी लंपी वायरस फैला हुआ है और इसने गौवंश को प्रभावित किया है। पशु पालन विभाग इस पर नियंत्रण बनाये हुए है और जहां-जहां जरूरत है वहां वैक्सिनेशन व दवाइयां दी जा रही हैं।
गौरतलब है कि ज्वालामुखी उपमंडल में पिछले एक माह में 1400 लंपी वायरस के केस पाए गए जिसमें 750 का उपचार कर ठीक किया गया है। पशु पालन विभाग ज्वालामुखी द्वारा गौवंश का वेक्सीनेशन किया गया है और अन्य जगह भी जहां ग्रसित गौवंश पाए जाते हैं उनका भी उपचार किया जा रहा है। ज्वालामुखी उपमंडल में नादौन, देहरा व कांगड़ा मार्ग पर आवारा घूम रहे कई गौवंश में अभी भी यह लंपी वायरस देखने को मिल रहा है और निरंतर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
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पशु पालन चिकित्सा विभाग ज्वालामुखी डॉ गुलशन कुमार ने बताया कि लंपी वायरस के दो प्रकार है। पहला माइल्ड है जिसमें गौवंश को हल्का बुखार और लंगड़ापन है और इसे जल्दी ठीक किया जा रहा है, जबकि दूसरा सीरियस है जिसमें गौवंश को निमोनिया और गांठें उभर रही हैं इसके इलाज में 2 से 3 हफ्ते का समय लग रहा है। उन्होंने बताया कि पशु पालन विभाग इस पर निरंतर नजर बनाए हुए है और सभी का उपचार किया जा रहा है और 50 प्रतिशत गौवंश को ठीक किया जा चुका है।
संवाददाता : पकंज शर्मा