कांगड़ा विधानसभा चुनावों की काउंटिग के दौरान बड़ा हादसा होने से टला!

A major accident was averted during the counting of Kangra assembly elections.
कांगड़ा विधानसभा चुनावों की काउंटिग के दौरान बड़ा हादसा होने से टला!

उज्जवल हिमाचल। कांगड़ा
कांगड़ा विधानसभा चुनावों की मतगणना के दौरान बड़ा हादसा होने से टल गया। हुआ ऐसा कि जब काउंटिंग हो रही थी तब अचानक से चयनित भवन की कुछ टाइलें टूटना शुरू हो गईं और भवन की तीसरी मंजिल पर चल रही काउंटिंग के दौरान अंदर से बचाओ बचाओ की आवाजें आने लगीं।

उस समय तमाम पार्टियों के प्रत्याशी अर्जेंट के साथ काउंटिंग के लिए तैनात किए गए अधिकारी एवं कर्मचारी भागना शुरू हो गए और जोर-जोर से भवन के अंदर से बचाओ-बचाओ की आवाजें लगाने लगे। जिसके बाद मतगणना लंबे समय तक रुक गई।

हालांकि भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों द्वारा काउंटिंग में एक बार फिर से बैठने के लिए सहमति जता दी गई, लेकिन वही कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र काकू, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार, आजाद प्रत्याशी कुलभाष चौधरी एवं आजाद प्रत्याशी अमित वर्मा ने पूरी तरह से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि जिस दौरान यह भगदड़ मची, वहां की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई और जितने भी पोस्टल बैलट बोर्ड थी।

यह भी पढ़ेंः गुजरात में फिर चला BJP का जादू

वह मिक्स हो गई तथा कुछ मशीनें भी इधर-उधर होने की आशंका है। जिसके बाद वह अब इस काउंटिंग में नहीं जाएंगे और उन्होंने इस पूरे मामले पर आपत्ति जताते हुए काउंटिंग प्रक्रिया को छोड़ दिया। वह मतगणना प्रक्रिया से बाहर निकल गए हालांकि इस दौरान एसडीम कांगड़ा नवीन तंवर द्वारा उनसे गुहार लगाई गई कि भवन को लोक निर्माण विभाग से जांच करवा दी गई है तथा भवन पूरी तरह से सुरक्षित है और काउंटिंग को शुरू करने के लिए आप भवन में प्रवेश करें।

लेकिन उसके बावजूद भी कांग्रेस प्रत्याशी, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के साथ आजाद उम्मीदवारों ने इस प्रक्रिया से दूरी बनाई। वह इस प्रक्रिया को छोड़कर चले गए। बताते चलें कि जैसे ही काउंटिंग के दौरान भगदड़ मची तथा काउंटिंग प्रक्रिया में शामिल तमाम लोग भवन से बाहर निकले तथा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाने शुरू कर दिए। उसके बाद जिलाधीश कांगड़ा निपुण जिंदल भी मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने विरोध कर रहे तमाम प्रत्याशी व उनके समर्थकों से अपील की कि चुनावी प्रक्रिया को बनाए रखें तथा भवन पूरी तरह से सुरक्षित है और जितनी भी प्रक्रिया है, वह सीसीटीवी कैमरे में कैद है।

आप लोग इस प्रक्रिया में शामिल हों। जिलाधीश द्वारा विरोध कर रहे तमाम प्रत्याशी व उनके समर्थकों को कुछ समय दिया गया कि विचार-विमर्श करके वह चुनावी प्रक्रिया में शामिल हो, लेकिन प्रशासन के बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी विरोध करने वाले प्रत्याशी इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए। जिसके बाद दो-टूक विरोध कर रहे प्रत्याशियों के बिना ही काउेटिंग को शुरु कर दिया गया।

विरोध कर रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र काकू, आजाद प्रत्याशी कुलभाष चौधरी, आजाद प्रत्याशी अमित वर्मा का कहना है कि काउंटिंग के दौरान भवन में जो भी कमियां रहीं और जिस तरह की भगदड़ मची, इसमें पूरी तरह से प्रशासन की नाकामी है और जिस तरह से वहां भगदड़ मची और सबसे पहले कर्मचारी व अधिकारियों ने ही भागने की बात कहीं और वह सब उस भवन से बाहर निकल आए।

उसके बाद मशीनों व पोस्टल बैलट पेपर के साथ कोई छेड़छाड़ ना की गई हो। इसका क्या भरोसा और वह चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि कांगड़ा विधानसभा का चुनाव दोबारा से करवाया जाए ताकि निष्पक्ष कार्यप्रणाली से कांगड़ा को विधायक मिल सके।

संवाददाताः ब्यूरो कांगड़ा

हिमाचल प्रदेश की ताजातरीन खबरें देखने के लिए उज्जवल हिमाचल के फेसबुक पेज को फॉलो करें।