महिला की धमकी, पीएम दौर के दौरान परिवार सहित आत्मदाह का ऐलान

Woman's threat, declaration of self-immolation along with family during PM's period
रवि ठाकुर महासचिव युवा कांग्रेस हिमाचल प्रदेश

बिलासपुर : बिलासपुर प्रशासन द्वारा महिला के गेट के सामने कंटीली तार लगाई गई है व पच्चीस साल पुराने रास्ते को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सलाहकार त्रिलोक जम्वाल के इशारों पर बंद कर दिया गया है। यह बात युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रवि ठाकुर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की एक तरफा कार्यवाही से खफा होने के चलते महिला ने 5 अक्तूबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिलासपुर दौरे के दौरान परिवार सहित आत्मदाह का ऐलान किया है।

रवि ठाकुर ने कहा कि मैं खुद बिलासपुर उस महिला घर गया तो देखा कि बांड़-बंधी कर दी गई है जो गलत है। युवा कांग्रेस महिला के साथ है और प्रशासन की एक तरफा कार्रवाई का पुर्नजोर विरोध करती है।

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बेशक महिला ने कुछ समय पहले मीडिया से समक्ष आंसू बहाते हुए कहा कि 25 दिनों से प्रशासन ने राजनीतिक इशारे पर दरवाजे के बाहर कंटीली तारें लगाकर उन्हें नजरबंद कर 25 वर्ष पुराना रास्ता बंद कर दिया है। जिससे उनका घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। घर से बाहर रास्ते की सुविधा प्राप्त होना देश के नागरिक होने के नाते उसका मौलिक अधिकार है, पर सरकारी दफ्तरों में दर-दर की ठोकरें खाने पर भी उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है।

रवि ठाकुर ने कहा कि पीड़ित महिला सुनीता ठाकुर व उसके पति रोशन ठाकुर पिछले 28 वर्षों से ग्राम पंचायत बामटा के अप्पर निहाल क्षेत्र में रह रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रशासन ने दो परिवारों द्वारा करवाई गई निशान देही के बाद उनके घर के दरवाजे के सामने कांटेदार बाड़ लगाकर बंद कर दिया है। जिससे उनका परिवार पिछले 17 दिनों से एक तरह से घर में बंद होकर रह गया है। जिससे रोजमर्रा के कार्यों के लिए उन्हें किसी ओर के घर के अंदर से होकर आना जाना पड़ रहा है। इस कारण उनका सारा परिवार बेहद मानसिक प्रताड़ना व दवाब से गुजर रहा है।

रवि ठाकुर ने कहा कि सुनीता देवी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिलवाएं व उनका रास्ता खुलवाएं अन्यथा वह आगामी 5 अक्टूबर को आत्मदाह कर लेंगी। इस जमीन पर वर्ष 1993 में सुनीता देवी ने मकान बनाकर रहना शुरू किया था तब से यह उनका रास्ता है। लेकिन गत 17 सितंबर को तहसीलदार पुलिस टीम के साथ वहां पहुंचे व कुछ नाप नपाई कर एंगल गाड़ दिए जिन पर बाद में कंटीली तार लगा दी गई। जिससे उनका सारा परिवार घर की चारदीवारी में कैद होकर रह गया। उन्होंने कहा कि सुनीता देवी इस समस्या को लेकर राजस्व अधिकारियों व प्रशासन के पास भी गई। लेकिन कोई भी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने इस दौरान 16 जनवरी 1997 की तिथि का जमीन मालिक का शपथपत्र भी दिखाया जिसमें उसने खसरा नंबर 382,259, 1 में 2 मीटर चौडा व 20 मीटर लंबा रास्ता दिया है। उन्होंने जिला प्रशासन एवं सरकार से न्याय देने की मांग की है जिससे इस परिवार को रास्ते की सुविधा उपलब्ध हो सके।

संवाददाता : ब्यूरो बिलासपुर

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