बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश की ऊंची बर्फीली पहाड़ियों पर बागवानों की आमदनी का खास जरिया है सेब का उत्पादन। आपने शिमला, कुल्लू व कश्मीरी सेब के बारे में जरूर सुना होगा और सेब खाया भी होगा मगर क्या अपने ऐसा सेब देखा है जो 40 से 46 डिग्री गर्म तापमान पर भी पैदा हो सकता है। यह सुनकर आप हैरान रह जाएंगे मगर आज हम आपको HRMN 99 के बारे में बताएंगे जो सेब की ना केवल एक अलग नस्ल है बल्कि 29 राज्यों में उगाया भी जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश की बर्फीली पहाड़ियों का जब भी नाम आता है तो लाल-लाल खूबसूरत सेब की तस्वीर हमारे जहन में आना लाजमी है। कश्मीर व हिमाचल प्रदेश के सेब की डिमांड पूरे देश में है और यह माना जाता है कि जितनी ज्यादा बर्फ गिरेगी उतना ही सेब मीठा व लाल होगा। मगर इस कहावत को गलत साबित कर दिखाया है बिलासपुर के हरिमन शर्मा ने।
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जी हां बिलासपुर के पनयाला गांव से सम्बंध रखने वाले हरिमन शर्मा एक प्रगतिशील बागवान है और सन 1999 से बागवानी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। सेब की एक अलग किस्म को पैदा कर हरिमन शर्मा ने इसे HRMN 99 के नाम से पेटेंट भी करवा लिया है। इस सेब नस्ल के पौधे की खासियत यह है कि यह 40 से 46 डिग्री तक गर्म तापमान वाले इलाकों में भी आसानी से फल देता है और बर्फीले ईलाकों के सेब की तरह ही मीठा होता है।
गौरतलब है कि सर्दी के मौसम में कोहरे की मार की वजह से आम, पपीता, आंवला के पौधे नष्ट हो जाते है ऐसे में सेब का पौधा सुप्त अवस्था में होता है और कोहरे को सहन कर लेता है। वहीं एक बीज से पौधा सेब तैयार कर पहले प्लम पर ग्राफ्टिंग की जाती है और इसकी सफलता के बाद श्री नगर से लाए गए सेब पर ग्राफ्टिंग कर इसे आकार, गुणवत्ता व स्वाद प्रदान किया जाता है जिससे सेब का पेड़ गर्म तापमान में भी फल देने में कामयाब रहता है।
हरिमन शर्मा की इस शोध के बाद देश के विभिन्न राज्यों से HRMN 99 सेब की डिमांड आने लगी और आज हरिमन शर्मा 29 राज्यों में 07 लाख से अधिक सेब के पौधे भेज चुके जहां सेब की अच्छी पैदावार भी हो रही है। वहीं हरिमन शर्मा ने बागवानी के इस क्षेत्र का विकास कर जहां सेब के साथ-साथ चीकू व कॉफी की पैदावार भी शुरू की है तो साथ ही कई लोगों को बागवानी के क्षेत्र से जोड़कर उन्हें अच्छी आमदनी उपलब्ध करवाने का भी काम कर रहे हैं।
वहीं हरिमन शर्मा का कहना है कि बागवानी के क्षेत्र में वह सालाना लाखों रुपये कमा रहे हैं और आज की युवा पीढ़ी भी बागवानी को अपना कर एक अच्छी आमदनी कमा सकती हैं। इसके साथ ही हरिमन शर्मा के साथ जुड़े लोगों ने भी बागवानी के क्षेत्र में अच्छी आमदनी होने की बात कहते हुए रोजगार के लिए अन्य राज्यों ना जाने की बात कही है।
हरिमन शर्मा की इस शानदार उपलब्धि को देखते हुए जहां हिमाचल सरकार व भारत सरकार ने उन्हें कई बार सम्मानित करने का काम किया है तो साथ ही आगे भी बागवानी के क्षेत्र से जुड़े रहते हुए युवाओं को प्रेरित करने व बागवानों के लिए प्रेरणा के रूप में काम करते हुए उन्हें प्रशिक्षित करने की बात कही है ताकि कृषि व बागवानी के क्षेत्र में ना केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि देश भी आगे बढ़ता रहे।